सरगुजिहा ठंड : घने कोहरे के साथ हाड कंपा देने वाली ठंड की दस्तक

  • कोहरे में लिपटी रही सरगुजा की सर्द सुबह
  • पारा पहुंचा 5.9 डिग्री, मैनपाट के तापमान में भी भारी गिरावट

अम्बिकापुर

हांड कपा देने वाली ठंड और इस वर्ष कोहरे का बेशर्बी से इंतजार कर रहे शहरवासियों की जैसे ही गुरूवार की सुबह आंख खुली तो पूरा शहर कोहरे की चादर ओढे हुए था। सुबह 7 से 8.30 बजे के बीच विजीबिलटी महज 20 मीटर के आसपास थी। खुले क्षेत्र, तालाब व पहाडि़यों के किनारे की स्थिति और ज्यादा खराब थी। वाहनों की हेडलाईट सुबह साढ़े आठ बजे जलाने के बाद भी कुछ नजर नहीं आ रहा था। इस सीजन में पहली बार शहर में घना कोहरा छाया हुआ था। वहीं न्यूनतम तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई।

आज गुरुवार की सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ था। शहर सहित आसपास के क्षेत्र कोहरे के आगोस में थे। और मौसम में ठंडक भी घुली थी। सुबह 8.45 बजे के बाद धीरे-धीरे धूप खिलना शुरू हुई और कोहरा छटता गया। जनवरी के शुरूआत के साथ ही शहर में अधिकतम व न्यनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहा था। शनिवार से बदले मौसम के मिजाज से तीन दिनों तक आसमान में बादल छाये रहे। बुधवार को आसमान से बादल छटने के साथ ही ठंड बढ़ गई थी। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 19.6 व न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री रिकार्ड किया गया था। वहीं आज दूसरे दिन गुरूवार की सुबह मौसम विभाग ने न्यनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की। गुरूवार को शहर का न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री रिकार्ड किया गया।मौसम विभाग के अनुसार आसमान पर बादल छटने के साथ ही जम्मू कष्मीर की तरफ से उत्तरी हवा क्षेत्र में पहुंच रही है। जम्मू कश्मीर  व हिमाचल में हो रही बर्फ बारी की वजह से उत्तर की तरफ से आ रही हवा में नमी होने की वजह से ठिठुरन बढ़ गई है।

सडक और रेल यातायात पर भी पडा प्रभाव

आज घने कोहरे की वजह से दुर्ग अम्बिकापुर ट्रेन अपने निर्धारित समय से डेढ़ घंटे देर से पहुंची। वहीं बस स्टैण्ड में भी सुबह के समय कोहरे की वजह से यात्री बसों के पहिये थमे रहे। इस कपकपाती हुई ठंड में स्कूली बच्चे कोहरे के बीच स्कूल पहुंचे। ठंड के वजह से कई स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति काफी कम थी।