अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. शनिवार की देर रात ग्राम गेरसा के जंगली क्षेत्र चेऊरढोढ़ी में जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने एक पहाड़ी कोरवा का घर क्षतिग्रस्त कर दिया। जंगली हाथियों के हमले से पहाड़ी कोरवा काफी दहशत में है और डर के मारे पूरा परिवार इस कड़ाके की ठंड में दूसरों के यहाँ शरण लेकर रहने को मजबूर है। इस घटना के बाद भी वन अमला सुस्त पड़ा हुआ है वनरक्षक को छोड़ कोई भी बड़ा अधिकारी इनकी सुध लेने अभी तक गाँव नही पहुँचा है। वन विभाग के इस रवैये से पीड़ित परिवार काफी आहत है और जंगली हाथियों के भय से दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है।
जानकारी अनुसार शनिवार की रात करीब 12 बजे जंगली हाथियों ने ग्राम गेरसा के चेऊरढोढ़ी में जमकर उत्पात मचाया और वहाँ निवासरत पहाड़ी कोरवा किशुन का घर क्षतिग्रस्त कर दिया। जंगली हाथियों के अचानक हुये इस हमले से परिवार के लोग घर से भागकर किसी तरह अपनी जान बचा ली पर घर को नही बचा सके। इस घटना के बाद से पहाड़ी कोरवा परिवार जंगली हाथियों के भय से इस कड़ाके की ठंड में घर बार छोड़कर जानमाल की सुरक्षा हेतु बाहर शरण लिये हुये है। इस घटना के बाद वनरक्षक के अलावा विभाग का कोई अधिकारी इनकी सुध लेने गाँव नही पहुँचा है जिससे पीड़ित परिवार काफी हताश है। जंगली हाथियों के चेऊरढोढ़ी में जमे होने की वजह से पीड़ित परिवार घर जाने से डर रहा है और मजबूरी में दर दर की ठोकरे खा रहा है वही। इस घटना के बाद वन अमला हाथियों को वहाँ से खदेड़ने के बजाये तमाशबीन बना बैठा है जिससे ग्रामीणों में काफी असंतोष व्याप्त है।