अम्बिकापुर
भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने के की मांग, चयन समिति अध्यक्ष पर लगाया आरोप
नाप-तौल विभाग में निरीक्षक पद पर हुई भर्ती प्रक्रिया सवालों के घेरे में आने के बाद भी न तो उसकी जांच से पर्दा उठ सका है और न ही भर्ती प्रक्रिया निरस्त की गई। आलम यह है कि इस लिखित परीक्षा में तमाम गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद भी गोपीनिय चरित्रावली में हेर फेर कर मनचाहे लिपिक का नम्बर बढ़ा दिया गया है। आरोप है कि अभी भी उक्त लिपिक रायपुर विधिक माप विज्ञान में पदस्थ है। गड़बड़़ी सामने आने पर निरीक्षक लिखित परीक्षा में शामिल अन्य लिपिकों सहित लोरमी विधायक ने उक्त परीक्षा में चयन समिति के अध्यक्ष उपनियंत्रक जेम्स तिर्की की षिकायत खाद्य नागरिक आपूर्ति के सचिव से की है। पूरा मामले में अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने व परीक्षा निरस्त नहीं होने से लिपिक निराष है।
ज्ञात हो कि कार्यालय नियंत्रक विधिक माप विज्ञान रायपुर द्वारा 5 दिसम्बर 2015 को विभागीय लिपिक से पदोन्नत पद हेतु निरीक्षक की परीक्षा आयोजित की गई थी। उक्त परीक्षा में चयन समिति अध्यक्ष उपनियंत्रक जेम्स तिर्की तथा विभाग के ही दो अन्य सदस्य सहायक नियंत्रक शंकर लाल विष्व, सूर्यपाल सिंह राय राजपत्रित अधिकारी सदस्य के रूप में थे। समिति के अध्यक्ष के द्वारा न सिर्फ प्रष्न-पत्र तैयार किया गया तथा प्रष्न-पत्र की जांच भी उन्ही के द्वारा की गई। नियमतः समिति के गठन में विभागीय अधिकारियों के साथ साथ खाद्य आपूर्ति नागरिक एवं उपभोगक्ता संरक्षक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी शामिल किया जाना था। जो कि नहीं किया गया। परीक्षा में शामिल लिपिकों सहित लोरमी विधायक का यह आरोप है क चयन समिति के अध्यक्ष जेम्स तिर्की द्वारा लिपिक मुकेष सोनी को ज्यादा अंक प्रदान करने हेतु पूर्व में प्रष्न पत्र बताकर तथा गोपनीय चरित्रावली में सीआर खुलने से पहले ही अंक बढ़ा दिया गया। जबकि लिपिकों ने यह भी आरोप लगाया कि नियंत्रक द्वारा गोपनीय चरित्रावली में उक्त लिपिक को(ग) श्रेणी प्रदान की गई थी। जिसे समिति के अध्यक्ष द्वारा छेड़छाड़ कर (क) श्रेणी कर दिया गया। 16 एवं 17 दिसम्बर 2015 को उत्तर पुस्तिका की जांच समिति द्वारा की गई। तथा अध्यक्षक श्री तिर्की के छुट्टी पर 11 जनवरी 2016 तक जाने के कारण उत्तर पुस्तिका को नियंत्रक अजय पाठक के पास रख दिया गया था। 12 जनवरी को अध्यक्ष छुट्टी से वापस आकर परीक्षा परिणाम की घोषण किये। इससे स्पष्ट होता है कि पूरी लिखित प्रक्रिया में किस प्रकार से गड़बड़ झाला किया गया है। परीक्षा में शामिल अन्य लिपिकों ने इस परीक्षा को निरस्त करने की मांग की है।
यह कोई बड़ी बात नहीं
इस पूरे मामले में लिपिकों के आरोप की पुष्टि करने के लिए निरीक्षक अजय पाठक से जब सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि शासकीय प्रक्रिया में आरोप लगते रहते है। यह कोई बड़ी बात नहीं है।
आरोप बेबुनियाद
परीक्षा में चयन समिति अध्यक्षक उपनियंत्रक जेम्स तिर्की ने कहा कि मेरे विरूद्ध लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद है। लिखित परीक्षा का परिणाम चस्पा करा दिया गया है। सीआर खुलने से पहले लोग आरोप कैसे लगा सकते है।