सरकार के दो साल पूरा होने पर हुआ प्रथम वर्चुअल मैराथन, प्रशासन ने 9 बजे समय बताया था, लेकिन शामिल नहीं हुए मंत्री

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नई सरकार के दो साल पूरा होने पर 13 दिसम्बर को वर्चुअल मैराथन का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित होने वाले इस वर्चुअल मैराथन दौड़ के लिए 50 हज़ार से ज्यादा प्रतिभागियों ने ऑनलाईन पंजीयन कराया और प्रतियोगिता में भाग लिया। राज्य शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग और जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित इस वर्चुअल मैराथन में प्रदेशवासियों से कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए वर्चुअल मैराथन दौड़ के सफल आयोजन में सहभागी बनने की अपील की गई थी।

प्रतिभागियों के लिए नियम

वर्चुअल मैराथन दौड़ के प्रतिभागी कहीं भी समूह के रूप में एकत्रित नहीं होंगे। प्रतिभागी घर, उद्यान, मैदान, सड़क या अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दौडेंगे और दौडते हुए कुछ सेकेण्ड का वीडियो अथवा फोटो 13 दिसम्बर को सबेरे 6 बजे से 11 बजे तक हैशटैग #runwithchhattisgarh के साथ फेसबुक व ट्वीटर पर अपलोड कर सकेंगे।

प्रदेश के हज़ारों लोगों ने वर्चुअल मैराथन में हिस्सा लिया और सोशल मीडिया पर अपनी फ़ोटो पोस्ट की। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के सरगुज़ा से मैराथन के लिए सबसे ज्यादा प्रतिभागियों ने अपना ऑनलाइन पंजीयन कराया था, लेकिन अम्बिकापुर में वर्चुअल मैराथन देखने को नहीं मिला। दरअसल, सरगुजा के प्रभारी मंत्री डॉ शिव डहरिया सर्किट हाउस से सुबह 9 बजे मैराथन दौड़ में शामिल होने वाले थे, लेकिन 11 बजे तक वर्चुअल मैराथन शुरू नहीं हुआ। मंत्री डहरिया सर्किट हाउस से बाहर नहीं निकले।

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