जब रिटायरमेंट के आदेश के लिए…भटकते-भटकते कलेक्टर के पास पहुँचा टीचर…सिस्टम में करप्शन का नायाब नमूना

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…कलेक्टर के जनदर्शन में पहुँचे शिक्षक की फरियाद सुनकर खुद कलेक्टर भी सकते में आ गए। दरअसल, शिक्षक जगमोहन की फरियाद थी कि उसकी रिटायरमेंट की तारीख 31 मई थी। लेकिन, जिम्मेदार अधिकारीयों की वजह से उन्हें 27 दिन बीत जाने के बाद भी रिटायरमेंट का आदेश नही मिल पाया हैं। उनकी मांग थी कि कलेक्टर हस्तक्षेप कर उन्हें रिटायरमेंट का आदेश दिलवा दे।

दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप हफ्ते में एक दिन कलेक्टर जनदर्शन का आयोजन किया जाता हैं। जिसमे जिले के तमाम विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी रहती हैं। जहाँ फरियादी की फरियाद का त्वरित निराकरण किया जाता है..और कल बलरामपुर कलेक्टर रिमिजियूस एक्का कलेक्टर जनदर्शन में आमजनों से मुखातिब थे। इसी बीच आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ एक शिक्षक जगमोहन सोनवानी पहुँचे थे..और शिक्षक की फरियाद सुन खुद कलेक्टर साहब भी सकते में आ गए। उन्होंने सधे हुए अंदाज में सम्बंधित विभाग के अधिकारियों की चुटकी लेते हुए। शिक्षक की फरियाद पर त्वरित निराकरण का निर्देश दिया।

बता दे कि, कुसमी ब्लाक के बैरडीह खुर्द निवासी जगमोहन सोनवानी कुसमी ब्लाक के ही सिविलदाग छात्रावास में अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं..और उनकी रिटायरमेंट की तारीख 31 मई थी..लेकिन उन्हें रिटायरमेंट का आदेश नही मिल पाया था।

इधर, कलेक्टर की फटकार के बाद सम्बंधित अधिकारी हरकत में आए और तब जाकर जगमोहन सोनवानी को रिटायरमेंट का आदेश मिल पाया। अब ऐसे में शासन की रिटायरमेंट के दिन ही रिटायरमेंट आदेश के साथ पेंशन स्वीकृत करने सम्बन्धी निर्देश का कितना और कितनी गम्भीरता से पालन किया जा रहा हैं। इसे आसानी से समझा जा सकता हैं।