बेरोजगारी भत्ता योजना: 2944 पात्र हितग्राहियों के खाते में छठवीं किश्त, 73 लाख 60 हजार रुपये की राशि का हुआ अंतरण

योजना के तहत अब तक कुल 3 करोड़ 63 लाख 15 हजार की राशि का हो चुका है अंतरण

– 1765 महिला व 1,179 पुरुष युवा हितग्राहियों को मिला रहा योजना से लाभ

– 420 हितग्राहियों को कौशल विकास अंतर्गत दिया जा रहा है प्रशिक्षण

– 78 हितग्राहियों को मिल चुका है रोजगार

सूरजपुर: मुख्यमंत्री बेरोजगारी भत्ता योजना अंतर्गत आज जिले के 2944 पात्र हिग्रहियों के खाते में 73 लाख 60 हजार रुपये की राशि का अंतरण किया गया। योजना के तहत अब तक 6 किश्तों का राशि अंतरण किया जा चुका है। जिसके तहत जिले के हितग्राहियों को अब तक 3 करोड़ 63 लाख 15 हजार की राशि का अंतरण किया जा चुका है। योजनांतर्गत अप्रैल से सितम्बर की स्थिति में क्रमशः 1395, 2298, 2475, 2636 और 2778, 2944 पात्र हितग्राही को अप्रैल से अब तक क्रमशः प्रथम किश्त 34 लाख 87 हजार 500 सौ , द्वितीय किश्त 57 लाख 45 हजार, तृतीय किश्त 61 लाख 87 हजार 500 सौ, चतुर्थ किश्त 65 लाख 90 हजार ,पंचम किश्त 69 लाख 45 हजार तथा छठवीं किश्त 73 लाख 60 हजार रुपए की राशि का भुगतान किया गया । जिसमें लगभग 60 प्रतिशत 1,765 हितग्राही महिला तथा शेष 40 प्रतिशत अर्थात 1,179 हितग्राही पुरुष वर्ग से है।

बेरोजगारी भत्ता के पात्र हितग्राहियों में से कुल 420 हितग्राहियों का कौशल विकास योजनांतर्गत अलग-अलग कौशलों में प्रशिक्षण हेतु चयन कर प्रशिक्षण भी प्रदाय किया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण लाईवलीहुड कॉलेज के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। जिसमें असिसटेंट इलेक्ट्रिशियन,सिविंग मशीन ऑपरेटर, डोमेस्टिक डाटा एण्ट्री ऑपरेटर, फ्रंट लाईन हेल्थ वर्कर, ऑटोमोटिव सर्विस टेक्निशियन, फायर-फाईटर, ऑफिस असिसटेंट एवं ब्युटि थेरेपिस्ट जैसे कोर्स हितग्रहियों के प्रशिक्षण में सम्मिलित हैं, जिसमें कुल 360 हितग्राही है। इसके अलावा शेष 60 हितग्राहियों में से 30 हितग्राही पॉलिटेक्निक कॉलेज सूरजपुर में असिसटेंट इलेक्ट्रिशियन कोर्स तथा 30 हितग्राही आई.टी.आई. सूरजपुर में ऑटोमोटिव सर्विस टेक्निशियन कोर्स में प्रशिक्षण प्राप्त कर हैं।

पात्र हितग्राहियों को रोजगार मेले के माध्यम से विभिन्न फर्म,उद्योगों में कुल 78 रिक्त पदों के विरुद्ध उनके रुचि अनुसार रोजगार प्रदाय किया जा चुका है। कौशल विकास योजना के तहत अधिक से अधिक युवा लाभान्वित हों इसके लिए जिले में स्थापित विभिन्न आई.टी.आई प्रशिक्षण संस्थानों का चयन कर टीपीआई के रुप में पंजीयन कर, कौशल प्रशिक्षण प्रदाय करने हेतु कार्यवाही की जा रही है। जिन्हें इन संस्थानों में पलम्बर, डीजल मैकेनिक, वेल्डर इत्यादि कोर्स में प्रशिक्षण प्रदाय किया जायेगा।