हाथी से बचाव के लिए कलेक्टर ने तैनात किये 32 अधिकारी-कर्मचारी

अम्बिकापुर कलेक्टर किरण कौषल के मार्गदर्षन में हाथी प्रभावित क्षेत्रों में प्रषासन लोगों की सुरक्षा हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वन परिक्षेत्र उदयपुर के केदमा सर्किल में जंगली हाथियों के आगमन को दृष्टिगत रखकर वन विभाग में 6 प्रभारी एवं 26 सहायक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

जारी आदेषानुसार इस क्षेत्र में लोगों की जंगली हाथियों से सुरक्षा हेतु उप वन क्षेत्रपाल रामलोचन द्विवेदी को प्रभारी तथा वन रक्षक पारसनाथ सिंह, अषोक प्रताप, विष्णु सिंह, आरमो सिंह एवं करमचंद मरावी की सहायक के रूप में ड्यूटी लगाई गई है। इसी प्रकार 11 अगस्त को उप वन क्षेत्रपाल रामजन्म प्रजापति को प्रभारी तथा वन रक्षक शहीस कपूर, संतोष तिर्की एवं हरिषंकर उईके, 12 अगस्त को वनपाल अरूण प्रसाद सिंह को प्रभारी तथा वन रक्षक गिरीष बहादुर सिंह, धनेष्वर सिंह, बुधराम एवं दिनेष तिवारी, 13 अगस्त को वनपाल पी.सी. मेहता को प्रभारी तथा वन रक्षक अमरनाथ राजवाड़े, सियाराम वर्मा, अमित लकड़ा एवं राजेष राजवाड़े, 14 अगस्त को वनपाल श्यामलाल वर्मा को प्रभारी तथा वन रक्षक बसंत राम, भरत सिंह, नन्द कुमार सिंह, परमेष्वर सिंह एवं चन्द्रभान सिंह, 15 अगस्त को वनपाल सुरेन्द्र राम निकुंज को प्रभारी तथा वन रक्षक रामविलास सिंह, रामगरीबराम, चोंठेराम, बिन्देष्वर सिंह एवं इगनेस बेक को सहायक के रूप में ड्यूटी लगाई गई है।

कर्तव्यस्थ कर्मचारियों को अपरान्ह 3 बजे से 5 बजे तक प्रभावित हो सकने वाले ग्रामों में प्रचार-प्रसार करने, 5 बजे से रात्रि तक गजदल से प्रभावित ग्राम के ग्रामीणों की मदद एवं समझाईष करने, केदमा का स्टाफ प्रतिदिन सुबह 6 से 8 के बीच क्षति का मूल्यांकन कर 8.30 तक रिपोर्ट परिक्षेत्र कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे।  केदमा के स्टाफ अन्य सभी प्रभावित सर्किल के स्टाफ आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित करेंगे तथा प्रतिदिन समिति से 1 सदस्य एवं 1 चौकीदार स्टाफ को प्रदाय करेंगे। वनमण्डलाधिकरी श्रीमती प्रियंका पाण्डेय ने कर्तव्यस्थ कर्मचारियों को निर्देषानुसार कार्यवाही सुनिष्चित करने निर्देषित किया है।