शिक्षक की भूमिका में नजर आए कमिश्नर महावर 

असोला में शिक्षा गुणवत्ता की जांच 

पाठ्य-पुस्तक के साथ ही सामान्य ज्ञान पर दिया जोर 

अम्बिकापुर

सरगुजा संभाग के कमिश्नर टी.सी. महावर  आज उस समय शिक्षक की भूमिका में नजर आए जब वे प्रदेश व्यापी डा. एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत सरगुजा जिले के अम्बिकापुर विकासखण्ड के ग्राम असोला के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा गुणवत्ता की जांच करने पहुॅचें और बच्चों को मूलभूत चीजों के बारे में बताया। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे पाठ्यक्रम के साथ ही आसपास के वातावरण, दिन-प्रतिदिन की क्रियाएं और सामान्य ज्ञान की भी जानकारी बच्चों को देवंे, ताकि बच्चों का आत्मविश्वास और बढ़े।

 

कमिश्नर श्री महावर ने सबसे पहले शासकीय प्राथमिक विद्यालय असोला की चैथी कक्षा के विद्यार्थियों से जोड़ना, घटाना, गुणा एवं भाग के सवाल पूछकर और पुस्तक पढ़ाकर पढ़ाई के स्तर की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सबसे छोटे अंक को और बड़े अंक को पहचानने के बारे में भी बच्चों से पूछताछ की तथा घड़ी का चित्र बनाकर समय के बारे में पूछा। इसके साथ ही उन्होंने इट, लाफ, ड्रिंक, क्लेप, जम्प आदि शब्द बोलकर बच्चों की प्रतिक्रिया जानी। उन्होंने इन एवं आॅन के अन्तर के बारे में भी पूछताछ की। कमिश्नर ने क्लोज माउथ, ओपन माउथ, शो टंग, टीच, ड्राईव्ह आदि के बारे में पूछा। उन्होंने एक वाक्य का एक शब्द वाला शब्द भी पूछा। कमिश्नर ने गांव का नक्शा बनाकर गांव में क्या-क्या उपलब्ध हैं आदि के बारे में बच्चों से विस्तार से पूछताछ की। उन्होंने गाय पर निबंध लिखने के तरीके भी बच्चों को समझाया। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों से देश के प्रधानमंत्री, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और सरगुजा जिले के कलेक्टर का नाम भी पूछा। छात्रा सकुन्तला और सुमित कुमार ने कविता भी सुनाया जिसकी कमिश्नर ने सराहना की।

कमिश्नर श्री महावर ने पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों से अंग्रेजी में दिन, महीना और रंगों के नाम के बारे में पूछताछ की। उन्होंने बच्चों से पूछा कि कौन से जीव-जन्तु फ्लाई, रन, जम्प करते हैं। उन्होंने राष्ट्रीय पक्षी का नाम, रंगों के नाम सहित सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे। कमिश्नर ने छोटी इ और बड़ी ई तथा छोटे उ और बड़े ऊ के उच्चारण के अंतर के बारे में बच्चों से पूछा तथा बच्चों द्वारा सही जवाब देने पर प्रशन्ता व्यक्त की। उन्होंने ब्लेक बोर्ड पर कुछ वाक्य लिखकर बच्चों से पढ़ाई के स्तर की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही उन्होंने कक्षा तीसरी के बच्चों से राष्ट्रपिता के नाम सहित सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे तथा उनके परिवेश में पायी जाने वाली सामाग्रियों और उनके उपयोग के बारे में भी पूछताछ की। कमिश्नर ने कक्षा दूसरी के बच्चों से दो-तीन अक्षर वाले शब्द पढ़ाकर पढ़ाई की स्तर की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही जोड़ कराकर भी बच्चों के ज्ञान के स्तर की परख की।

 

इस अवसर पर कमिश्नर श्री महावर ने उपस्थित पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणजनों से कहा कि वे स्कूल में पढ़ाई गई चीजों के बारे में घर में भी पूछताछ करें तथा बच्चों के पढ़ाई के स्तर सुधारने में सहयोगी बने। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे पाठ्य पुस्तक पढ़ाने के साथ ही आसपास के परिवेश में पाये जाने वाले चींजों की उपयोगिता, दिन-प्रतिदिन की क्रियाएं एवं घटनाएं तथा सामान्य ज्ञान के बारे में भी बच्चों को बताएं ताकि शुरू से ही बच्चों के सामान्य ज्ञान में वृद्धि हो सके और उनका आत्मविश्वास बना रहे। इस अवसर पर बच्चों की मांग पर कमिश्नर ने ग्राम असोला की सरपंच से कहा कि वे मूलभूत की राशि से स्कूल के फर्श की मरम्मत करवायें।