शोभा यात्रा में शामिल हुए 7 हजार से अधिक जिले वासी..
अम्बिकापुर देश दीपक “सचिन”
अम्बिकापुर में विजयादशमी के अवसर पर हिन्दू एकता मंच द्वारा निकाली गई भगवान् श्री राम की शोभा यात्रा के दौरान जहां पूरे शहर में जय श्री राम के जयकारे गूंजते रहे वही वही इसी बीच मुस्लिम युवा मंच द्वारा इस जुलूस का स्वागत कर एक नई पहल की शुरुआत की है। मुस्लिम युवा मंच के द्वारा स्थानीय मोबीनपूरा चौक में टेंट पंडाल लगाकर हिन्दू भाइयो का स्वागत किया और सरबत,पानी व बिस्किट खिलाकर स्वागत किया आपसी भाईचारे का सन्देश दिया।
गौरतलब है की हिन्दू एकता मंच के द्वारा निकाली गई भगवान् श्री राम की शोभा यात्रा स्थानीय कला केंद्र मैदान से शुरू होकर शहर के घड़ी चौक, संगम चौक, महामाया चौक, होते हुए महामाया मंदिर पहुची और मंदिर में महा आरती के बाद शोभायात्रा का समापन किया गया। इस दौरान शहर के सभी सभ्रांत जन शोभा यात्रा में उपस्थित रहे शोभा यात्रा में अनुराग सिंह देव, अखिलेश सोनी, द्वितेंद्र मिश्रा, भारत सिंह सिसोदिया, अम्बिकेश केसरी, रविन्द्र तिवारी,ओम प्रकाश जायसवाल, अनिल जायसवाल, निश्छल प्रताप सिंह, मनोज गुप्ता, रोचक गुप्ता, सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ मुस्लिम युवा मंच द्वारा दशहरा झांकी का स्वागत मोमिनपुरा चौक के पास किया गया जिसमे बड़ी संख्या में मुस्लिम युवा मंच के सदस्य उपस्थित होकर हिन्दू भाइयो के पावन दशहरा पर्व की झांकी का स्वागत फुल बरसाकर किया तथा पानी सरबत बिस्कुट खिला कर हिन्दू भाइयो का स्वागत बहुत ही हर्सौल्लास के साथ किया गया, एंव गले मिलकर दशहरा नवरात्री की मुबारकबाद भी दी हिन्दू मुस्लिम एकता की मिशाल पेश की गई हमारा छत्तीसगढ़ मुस्लिम युवा मंच का गठन हिन्दू मुस्लिम सद्भावना और आपसी भाई चारा बना रहे इस उदेश्य से मंच का गठन किया गया है इस अवसर पर संकल्प मुश्लिम युवा मंच ने लिया की जब भी जरुरत पड़े हिन्दू भाइयो के साथ कन्धा में कन्धा मिलकर साथ खड़े रहेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अध्यक्ष. वसीम अकरम(बबलू), सचिव तबरेज अंसारी, उपाध्यक्ष वसीम अंसारी, दानिस रफीक इमरान मेमन, मेराज अंसारी, कमाल अंसारी, रेहान खान, ताहिर अंसारी, हारून रशीद, शमीम, खुर्शीद अंसारी, सफीक अंसारी, इमरान सिद्दीकी, साजिद, सहीद अंसारी, शाबिर अंसारी, वासी, अवैसी,सहीद, लल्लू, अबुताल्ल्हा, तयब अंसारी,सेराज बाबा, मुसर्रत, आतिफ,आदिल,अमन, राजू,पिंटू भाई, और बडी तादात में मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित थे।