हवस के पुजारियों ने पहले बुझाई हवस की प्यास..फिर की नाकामयाब कोशिश.. अब सलाखों के पीछे!..

कोरिया. जिले के झगराखंड थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोडा में दो युवकों द्वारा एक युवती को जंगल में ले जाकर उसके साथ मारपीट व् अनाचार करने का मामला सामने आया है. यहाँ दो युवकों द्वारा एक युवती को उसके घर से उठाकर दूर जंगल में ले जाकर उसके साथ मारपीट व् अनाचार की घटना को अंजाम दिया है. जब युवती ने इसका विरोध किया तो इन दरिंदों ने हैवानियत को पार करते हुए सारी हदें पार कर दी. 

युवकों ने पहले युवती को अपने हवस का  शिकार बनाया..फिर अपना अपराध छुपाने के इरादे से युवती को निर्वस्त्र कर उसके ही कपड़े से फांसी का फंदा बनाकर पेड़ पर टांगकर फरार हो गए. लेकिन फंदा कमजोर होने से वह युवती नीचे गिर पड़ी और किसी तरह अपनी जान बचाई. 

वहीँ इस मामले की सूचना मिलने के बाद झगराखण्ड पुलिस ने शख्ती दिखाते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इधर पीड़िता का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेन्द्रगढ़ में उपचार जारी है. 

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम कोड़ा निवासी एक युवती अपने घर पर अकेली थी. इस बात की जानकारी लगने के बाद गांव के ही विनोद उरांव और सूरज पनिका ने उसके घर में घुसकर उसे जबरजस्ती अगवा कर दूर जंगल में ले गए. जहाँ विनोद उरांव ने युवती के साथ अनाचार किया और उसके बाद अपना अपराध छुपाने के इरादे से युवती के सलवार को फाड़कर फांसी का फंदा बनाकर पेड़ में टांग दिया. जिसके बाद दोनों युवक वहां से फरार हो गए. इसी बीच युवती को लटकाया गया फांसी का फंदा छूट गया और वह नीचे गिर गई. रात के अंधेरे में युवती किसी तरह जंगल में भटकते हुए मरवाही थाना क्षेत्र के डोंगराटोला गांव पहुंची और गांव वालों को अपनी आपबीती बताई. पीड़िता की बात को सुनने के बाद ग्रामीणों ने तत्काल उसे उसके गांव लेकर पहुंचे और झगराखण्ड पुलिस को इस बात की जानकारी दी.

झारखंड थाना प्रभारी ने इस पूरी वारदात की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों को दी. जिसके बाद एसपी के निर्देशन में टीम बनाकर आरोपियों की तलाश की गई. और पुलिस टीम ने दोनों ही आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पीड़िता का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार चल रहा है. इस बारे में पीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपी ने 2 वर्ष पहले भी आरोपी विनोद द्वारा उसकी बेटी से छेड़छाड़ की गई थी. जिसपर उसे 3 महीने की जेल भी हुई थी. और जेल से छूट कर आने के बाद आरोपी पूरे परिवार द्वेष रखता था और आज इस वारदात को अंजाम दिया.

इस कार्यवाही में थानां प्रभारी देवेंद्र देवांगन,एएसआई ओपी दुबे, आरक्षक शम्भू यादव, कमलेश साहू की सराहनीय भूमिका रही.