बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार).. जिले में लॉकडॉउन के दौरान ग्राम मेंढारी से रेत का उत्खनन कर ठेकेदार द्वारा रेत का प्रतिबंध के बावजूद पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश में परिवहन करने का मामला सामने आया है..गांव के ग्रामीणों समेत भाजपा के मंडल अध्यक्ष भी वैश्विक महामारी के समय ठेकेदार द्वारा दूसरे राज्य में रेत परिवहन किये जाने का विरोध करते हुए..स्थानीय प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगा रहे है.. वही कलेक्टर ने पड़ोसी राज्यो में रेत परिवहन को प्रतिबंधित करने की बात कही है..और प्रतिबंध के बावजूद हो रहे परिवहन के मामले में जांच कराने की बात कही है..
प्रदेश सरकार की खनिज नीति के तहत जिले के मेंढारी गाँव मे बिलासपुर पेंड्रा के दिलीप कंट्रक्सन को रेत उत्खनन का टेंडर मिला है..जिसके द्वारा प्रशासन के सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए मनमानी तरीक़े से रेत का परिवहन उत्तरप्रदेश में किया जा रहा है ..रेत परिवहन में लगे वाहनो के ड्राइव्हरो के मुताबिक वे लोग मेंढारी से रेत लेकर उत्तरप्रदेश जाते है..
बसंतुपर थाना क्षेत्र में मेंढारी गांव के सरपंच का आरोप है..की ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा ग्रामीणो को बरगलाया जा रहा है..और ठेकेदार मनमानी तरीके से रेत अन्य राज्यो में भेज रहा है..जिससे रेत परिवहन में लगे बाहरी लोगों के गांव में आवाजाही से कोरोना का संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है..
बलरामपुर जिले की सीमा पर बने धनवार खनिज नाके पर पदस्थ कर्मचारी के मुताबिक यहाँ से रेत का परिवहन उत्तरप्रदेश किया जा रहा है..जबकि कलेक्टर ने रेत के अंतरराज्यीय परिवहन पर रोक लगा दी है..ऐसे में पुलिस की भूमिका भी संदेह के दायरे में है..
वही वाड्रफनगर भाजपा के मंडल अध्यक्ष ने इस मामले में स्थानीय प्रशासन और ठेकेदार पर मिलीभगत का आरोप लगाया है..और उनका कहना है..की कलेक्टर के आदेश के बाद भी स्थानीय प्रशासन कलेक्टर के आदेश की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे है..इसके अलावा सत्ता पक्ष के ब्लाक अध्यक्ष ने भी स्थानीय प्रशासन और ठेकदार पर कई गम्भीर आरोप लगाए है..