भैयाथान (संदीप पाल) सूरजपुर जिले के ओड़गी वि.ख.के दुरस्त विहारपुर के कोलुआ में लगभग एक माह से मलेरिया की महामारी से 10 लोगो की मौत हो चुकी हैं.. जबकि स्वास्थ्य विभाग को खबर देने के बाद भी अब तक स्वास्थ अमला कोलुआ नही पहुच पाया है..
वही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विहारपुर से 7 किमी दूर पर यह ग्राम स्थित हैं लेकिन इस ग्राम में मितानिन एव एन0एम0 है लेकिन आज तक गांव में इनके द्वरा विचरण नही किया गया है.. ग्राम के ग्रामीण ने बताया कि 2 दिनों में सात लोगों की मौत मलेरिया से हो चुकी हैं वही मृतकों में बच्चे बुजुर्ग सामिल है ग्राम पंचायत कोलुआ में मृतक विनीता पण्डों 7 वर्ष, फूलमती पण्डों 22 वर्ष , विफटी बाई केवट 62 वर्ष , रोहित हरिजन 6 वर्ष ,उरिता पंडों 10 वर्ष, शांति पंडो 6 वर्ष ,सिरपति पंडो 1 वर्ष, सरस्वती पंडो 2 वर्ष, सामिल है।
वही इस ग्राम में सबसे ज्यादा पण्डो जनजाति के लोग ही निवाश करते है।लेकिन स्वस्थ्य विभाग इनलोगो को अब तक चिकित्सा मुहैया नही कराया जा सका है।जबकि पिछले एक महीने से यहा मलेरिया की हमारी फैली है और अब तक 8 लोगो की मौत हो चुकी है।और दर्जनों गम्भीर है। इसके बावजूद विभाग की लापरवाही बरती गई है.. अगर समय पर इलाज इन लोगो को मुहैया कराया गया होता तो इतनी संख्या में मौत नही हो पाती..
वही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिहारपुर में 108 ,महतारी एक्स्प्रेस जैसी सुविधा भी नही होने के कारण मौत हो रही है .. समय पर इस सुविधा रहती तो इन लोगो की मौत नही हुई होती। वही दर्जनों गांव में बीमारी फैल गई है। इसके प्रभावित ग्राम केलुआ,मोहली,खोहिर,तेलाईपाठ,बैजनपाठ,नवडीहा ,कछिया,रामगढ़,चोंग,पासल,देवड़ी,पेंडारी, सेमरा,विसालपुर,अवन्तिकापुर, सहित और ग्राम सामिल है। सूरजपुर जिला मुख्यालय से 110 किमी ग्राम बिहारपुर इन ग्रामो में यह महामारी फैली है। ग्रामीणों का कहना है कि यहा तत्काल शिविर आयोजित किया जाता तो इतनी संख्या में मौत नही हो पाती और 108 जैसे वाहन होते तो तत्काल स्वस्थ्य केंद्र भेजा जाता लेकिन जिला प्रसाशन इन क्षेत्रो को भूल ही गया है और इन गांवो में बीमारी दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है।
वही ग्राम केलुआ ,में 150 मरीजो का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया जिसमें 49 मरीजो बुखार से पीड़ित मिले और 11 मरीज मलेरिया से पीड़ित मिले और 3 लोगो की हालत नाजुक को देखते हुए उन्हें जिला चिकित्सालय रेफर किया गया।
इस सम्बन्ध में भैयाथान एसडीएम रवि सिंह ने मलेरिया को देखते हुए चार दिनों तक प्रभावित ग्रामो में स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए है।