- सतत विकास की ओर अग्रसर करम्हा
- निर्विरोध निर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने ली है विकास की जिम्मेदारी
अम्बिकापुर
सरगुजा सांसद श्री कमलभान सिंह द्वारा अम्बिकापुर विकासखण्ड अंतर्गत आने वाले ग्राम करम्हा को आदर्श ग्राम के रूप में चुना गया। जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से रामानुजगंज रोड पर लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है-करम्हा ग्राम पंचायत। 1903 की आबादी के इस ग्राम में लगभग 500 परिवार हैं और सभी घरों में शौचालय का निर्माण हो चुका है। ग्राम में 954 पुरूष और 949 महिलाएं हैं। हंसुली ग्राम भी इसी ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है। भूजल स्तर बहुत नीचे होने के कारण इस ग्राम में पेयजल की समस्या थी, किन्तु अब आर.ओ. सिस्टम से लोगों को शुद्ध पेयजल प्राप्त हो रहा है। सोलर सिस्टम से संचालित वाटर एटीएम भी ग्राम में स्थापित कर दिया गया है। ग्राम में पंचायत निर्वाचन निर्विरोध हुआ और सिर्फ महिलाओं को ही पंचायत प्रतिनिधित्व के लिए चुना गया। इस ग्राम को बहुत पहले ही नषामुक्त ग्राम घोषित किया गया है। सांसद श्री सिंह ने बताया है कि करम्हा को देष के आदर्ष ग्राम के रूप में श्रेष्ठ पहचान प्राप्त हुई है।
कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के मार्गदर्षन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, राजस्व, कृषि, उद्यान, पशुपालन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, षिक्षा, स्वास्थ्य, साक्षरता, जल संसाधन, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा, महिला एवं बाल विकास, अंत्यावसायी समिति, सहकारिता, कौषल विकास, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, मत्स्य पालन, खेल एवं युवा कल्याण, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि विज्ञान केन्द्र, हस्त षिल्प विकास निगम सहित अन्य विभागों ने विभागीय योजनाओं से ग्राम विकास में अपनी महती भूमिका का निर्वहन किया। कलेक्टर द्वारा करम्हा में किए जा रहे कार्यों की नियमित समीक्षा करते हुए अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिष्चित करने के निर्देष दिए गए हैं।
विकास के लिए जनजागरूकता प्राथमिक आवष्यकता
यूं तो विकास के मायने सड़क, पुल-पुलिया, बांध, तालाब, कुंआ, विद्युत एवं पेयजल आदि भौतिक संसाधनों की उपलब्धता से लगाया जाता है, किन्तु करम्हा के ग्रामीण ने बताया कि सांसद आदर्ष ग्राम चुने जाने से सभी विभागों के अधिकारियों ने निरन्तर ग्राम का दौरा किया तथा विभागीय योजनाओं एवं उसकी पात्रता के बारे में बताया गया। नियमित बैठकों एवं सभाओं से ग्रामीणों को लगभग सभी विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो गई। इस जागरूकता का लाभ उठाकर लोगों ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से अपनी पात्रता के अनुसार गोबर गैस प्लान्ट, सूकर, गाय एवं मुर्गीपालन, कृषि कार्यो हेतु उन्नत बीज एवं खाद आदि की मांग की और उसका उपयोग कर लाभ प्राप्त किया।
उन्नत खाद-बीज एवं मृदा स्वास्थ्य परीक्षण
कृषि विभाग द्वारा सरसों मिनी किट, 611 किसानों की मिट्टी का स्वास्थ्य परीक्षण, चना बीज, मूंग बीज, मक्का बीज आदि प्रदान किया गया। ग्राम में गोदाम निर्माण हेतु भूमि का चिन्हांकन भी किया गया। ग्राम में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्षन प्लान्ट तैयार किया, जिसके माध्यम से स्थानीय किसानों का प्रति सप्ताह प्रषिक्षण दिया जाता है।
कम्प्यूटर साक्षरता
साक्षरता के प्रति जागरूक करने दीवारों पर साक्षरता के महत्व को बताने वाले नारे एवं स्लोगनों का आकर्षक लेखन कराया गया। 25 अनुदेषकों के द्वारा साक्षरता केन्द्रों का नियमित संचालन कर वयस्क लोगों को षिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। लोगों को कम्प्यूटर साक्षरता के लिए 1 कम्प्यूटर, प्रिंटर, साउण्ड सिस्टम, एलसीडी प्रोजेक्टर दिया गया है। साक्षरता सेना तैयार कर लोगों को साक्षरता केंद्र तक लाने का कार्य भी जारी है।
पेयजल की उपलब्धता
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्राम में पेयजल की समस्या को हल करने हेतु वर्तमान हैण्डपम्प के अतिरिक्त 3 हैण्डपम्प लगाए गए। इनमें फ्लोराईड मुक्त संयंत्र स्थापित किए गए हैं। छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण द्वारा ग्राम में एक हजार लीटर क्षमता वाले सोलर एटीएम की स्थापना जल आपूर्ति हेतु करम्हा में की गई है। ग्राम में सोलर पंप स्थापित किया गया है।
विद्युत आपूर्ति
करम्हा ग्राम में लो वोल्टेज विद्युत की समस्या अब दूर हो चुकी है। विद्युत विभाग द्वारा ग्राम में गुणवत्तापूर्ण विद्युत की उपलब्धता सुनिष्चित हो गई है। सोलर लाईट के माध्यम से भी गांव को रोषनी प्रदान की जा रही है। सती चैक में जगमगाता हुआ सोलर लाईट स्थापित किया गया है। ग्राम में गोबर गैस प्लान्ट स्थापित करते हुए ग्रामीणों को गोबर गैस के माध्यम से भोजन पकाने एवं रोषनी की सुविधा प्रदान की जा रही है। गोबर गैस से किसानों को गुणवत्तायुक्त खाद भी प्राप्त हो रहा है।
पशुपालन में नस्ल सुधार
पशुपालन विभाग द्वारा ग्राम में षिविर लगाकर पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। पशुपालक 87 किसानों को औषधि वितरण किया गया है। ग्राम के 430 पषुओं का टिकारकण, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, उपचार, बैकयार्ड कुक्कुट इकाई के तहत महिला स्व सहायता समूहो को 4 हजार चूजो का वितरण, 30 सूकर का वितरण, अंजोला टैंक निर्माण, उन्नत नस्ल के सांड का वितरण आदि किया गया।
शौचालय, खेल मैदान, नहर निर्माण
जनपद पंचायत अम्बिकापुर द्वारा ग्राम के सभी घरों में शौचालय का निर्माण करया गया है। ग्राम में खेल मैदान की आवष्यकता को दृष्टिगत रखकर 4.76 लाख की लागत से खेल मैदान समतलीकरण का कार्य किया गया है। पिछड़ा क्षेत्र अनुदान कोस के तहत ग्राम में एक उचित मूल्य दुकान सह गोदाम का निर्माण किया गया है। सिंचाई के लिए पानी की आवष्यकता को दृष्टिगत रखकर 14 लाख 32 हजार रूपये की लागत का नहर नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है। ग्राम में 15 लाख 14 हजार रूपये की लागत का राजीव गांधी सेवा केन्द्र भी स्वीकृत किया गया है। गांव में 10 मुर्गी सेड का निर्माण भी किया गया है।
बेर टाॅपवर्किंग, ड्रिप एरीगेषन, लीची पौध रोपण आदि
उद्यान विभाग द्वारा ग्राम में बेर टाॅपवर्किंग का कार्य किया गया है। इसके तहत देषी बेर को उन्नत बेर में परिर्वतित करने का कार्य किया जा रहा है। पंचायत में ड्रिप एरीगेषन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। विभाग द्वारा नदी के तटों पर सब्जी उगाने के लिए किसानों को प्रात्साहित किया जा रहा है। ग्राम में 1.6 हेक्टेयर में 285 लीची के पौधों का रोपण किया गया हैं। इसके अतिरिक्त टमाटर, मिर्च, प्याज, गेंदा पुष्प, बाड़ी विकास, पैक हाउस, वर्मी बेड, पावर स्पे्रयर आदि भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं। अन्य विभागों द्वारा भी ग्राम में विकास के अनेक कार्य किये जा रहे है। सांसद आदर्ष ग्राम चुने जाने से ग्राम का निरंतर विकास सुनिष्चित हुआ है।