अजब प्रेमकथा की गजब पटकथा
उम्र के आखिरी पडाव मे दिल ने खाए हिचकोले
उम्र है पचपन की दिल है बचपन का
सूरजपुर से राजेश सोनी की रिपोर्ट
कौन कहता है कि बुड्ढे इश्क नही करते , इश्क करते है लेकिन उन पर कोई शक नही करता है,, ऐसे ही शक को यकीन मे बदलने का काम किया है 74 वर्ष के एक रिटायर्ड शिक्षक ने जिसने 47 साल की अधेड महिला के साथ 3 साल तक लीव इन रिलेशन मे रहते हुये अब शादी करने का फैसला किया है,, जिसके लिये बुजुर्ग जोडो ने सूरजपुर कलेक्टर कार्यालय मे आकर शादी के लिये दोनो जोडो ने आवेदन पत्र भी दाखिल किया है।
आपने फिल्मो के कई रोमाटिक गाने सुने होगे पर अमिर खान की फिल्म की का यह गाना इस प्रेमकथा पर एकदम फिट बैठता है अकेले हम अकेले तुम,,, दरअसल उम्र के इस पडाव मे आने के बाद विवाह बंधन मे बंधने के लिए तैयार बुजुर्ग पुरुष और महिला बिल्कुल अकेले है इनके आगे पीछे कोई नही है जो थे वे लोग तो इनका साथ छोड ही चुके है,,उम्र के इस पडाव मे ये दोनो अकेल ही जीवन का गुजर बसर कर रहे थे पर कब आंख लडी और प्यार हुआ इन खुद पता नही लेकिन अब ये दोनो शादी करके एक होना चाहते है।
आपने इस तरह और उम्र के इस पडाव मे शादी करने की बात कम ही सुनी होगी,, पर सूरजपुर जिला कलेक्टर कार्यालय मे जो देखने को मिला , उस पर अचरज के साथ ही सही पर विश्वास तो करना ही पडा,, यंहा पर 74 साल के एक बुजुर्ग और 47 साल की एक अधेड ने विशेष विवाह के लिये आवेदन कर,, अपना पंजीयन अपर कलेक्टर कार्यालय मे जमा किया है,,जिसमे बाद आगामी 3 मार्च को दोनो की शादी की तिथि तय की गई है।
74 सावन देख चुके 74 वर्षीय मोहर दास सरकारी शिक्षक के रुप मे कार्य कर चुके है,, अब वह रिटार्यड होकर अपने गृह ग्राम मे रह रहे है,, इनकी पूर्व मे भी शादी हो चुकी थी परंतु कुछ साल बाद इनकी पत्नी का निधन हो गया था तो इन्होने फिर से शादी करने की कभी सोची नही ,, पर अब उम्र के इस पडाव मे वे काफी अकेले हो गये है,, रिश्तेदार भी इनसे दूरी बना लिये थे, जिसके बाद इस उम्र मे मोहरदास ने अपने ही गांव की एक 47 वर्षीय महिला रामबाई को देखा,,उसके भी पति की मृत्यु बहुत पहले हो चुकी थी और उसी की तरह वह भी इस दुनिया मे अकेली ही
पड गई थी,,,लिहाजा दोनो की नजरे मिली एक दुसरे के दुख दर्द को समझते हुये,,दोनो ने साथ जीने मरने की कसम खाई,,अब ये दोनो 3 सालो से एक ही छत के नीचे एक साथ रह रहे है,,एक दुसरे की को समझते हुये अब ये जोडा समाज बंधन साथ ही उम्र के इस बंधंन को तोडते हुये शादी की पवित्र धागे मे बधना चाहते है।
इस जोडे ने बकायदा समाज के बंधन को ठेगा दिखाते हुये एक होने का मन बना लिये है साथ जीने मरने की कसमे भी खा ली है, महिला राजो बाई है जो अपने साथ रहने वाले मोहर दास को अपना सब कुछ मान चुकी है अपने पति की तरह अपने माथे पर सिन्दुर बराबर लगाती है अब यह समाजिक और न्यायिक रुप से शादी कर सरकारी मान्यता प्राप्त करना चाहते है,,जिससे वे दोनो खुलकर समाज मे इज्जत के साथ रह सके।
मन ही मन मुस्कुराते हुये कभी खिलखिलाते हुये हंसते इस जोडे से बात करने पर पता चला की एंकाकी जीवन क्या होता है अकेले जीवन गुजारना कितना मुष्किल होता है,,पेशे से रिटायड शिक्षक ने कभी सोचा नही होगा कि जीवन की इस पडाव मे उसके नात रिश्तेदार साथ छोड देगे,,अकेला रह जायेगा,,काफी मुश्किल होता है इस तरह का फैसला करना पर वे तो अपने पसंद के महिला के साथ 3 सालो तक रहने के बाद अब अधिकारीक रुप से शादी करना चाहते है ताकि एक साथ जी सके,,बाकी बची जिन्दगी के कुछ पल खुशियो के साथ बीता सके।