अम्बिकापुर. कुछ ही दिनों पहले प्रदेश के खाद्य मंत्री ने आगामी दो महीनों का चावल एक साथ देने की हवा हवाई शासकीय घोषणा की थी.. लेकिन असल हकीकत क्या है ये जानने के लिए कोई शासकीय अमला जमीन पर नहीं आता है.. तभी तो जिले केशगंवा के ग्रामीणों को अपने हक के राशन के लिए अधिकारियों की चौखट पर माथा टेकना पड रहा है..और ऐसा इसलिए कि उनको सरकारी चावल नहीं मिल रहा है.
दरअसल, उदयपुर ब्लॉक के ग्राम केशगंवा के ग्रामीणों को सितंबर (2019) महीने में चावल और शक्कर का वितरण नहीं किया है. जिससे वे काफ़ी आक्रोशित हैं..ग्रामीणों का कहना है की ग्राम पंचायत की सरपंच सपना सिंह और सरपंच पति गुप्तेश्वर सिंह, राशन वितरणकर्ता पनमेश्वर सिंह व चंदन दास को इस विषय को लेकर कई बात अवगत कराया गया है. लेकिन उनके द्वारा धमकी देकर कहा जाता है कि मुख्यमंत्री बघेल जी ने चावल, शक्कर नहीं भेजा हैं तो कहां से देंगे.
ग़ौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने राशनकार्ड धारी उपभोक्ताओं को फरवरी और मार्च का चावल एक साथ देने का घोषणा किया है. फरवरी और मार्च महीने का चावल वितरण फरवरी में चावल उत्सव का आयोजन कर किया जाएगा. जिसमें राशनकार्ड धारी उपभोक्ता अपनी सुविधानुसार एक ही महीने अथवा दूसरे महीने का चावल एक साथ उठा सकता है.