रायपुर. आदिवासी आरक्षण पर जल्द हस्ताक्षर को लेकर सर्व आदिवासी समाज सड़को पर उतर आए हैं और मुखर होकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. रायपुर के बूढ़ा तालाब में धरना स्थल पर समाज के नेताओं के साथ कांग्रेस के आदिवासी मंत्री और विधायक भी शामिल रहे. समाज के इस आंदोलन में मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, कांग्रेस विधायक शिशुपाल शोरी, के.के. ध्रुव, लालजीत सिंह राठिया, गुलाब कमरों, मंत्री अमरजीत भगत, राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम मौजूद रहे.
राज्यपाल से उठा भरोसा- सर्व आदिवासी समाज
सर्व आदिवासी समाज के लोगो का कहना है कि आरक्षण विधेयक जब विधानसभा से पास हुआ. तब तक हमें राज्यपाल पर भरोसा था, लेकिन जैसे ही राजभवन से 10 प्रश्न. ये वैसे ही भरोसा टूटा है और इसलिए हम राजभवन कूच कर रहे हैं.
मंत्री अमरजीत भगत ने कहा, राज्यपाल को बिना देर किए अब हस्ताक्षर कर देना चाहिए. देरी होने से बहुत सारे लोग प्रभावित हो रहे है. अभी तक भारतीय जनता पार्टी के लोगो ने राज्यपाल से हस्ताक्षर के लिए नही बोले, जबकि रोज राजभवन जा रहे हैं. राज्यपाल के ऊपर बीजेपी का बहुत दबाव हैं इसलिए हस्ताक्षर नही कर पा रही.
सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा, हमे लगता हैं राज्यपाल दबाव में हैं. राज्यपाल ने खुद कहा था तत्काल हस्ताक्षर कर दूंगी. लेकिन अभी तक नही हुआ साफ जाहिर हैं. राज्यपाल दबाव में है, राज्यपाल खुद आदिवासी महिला हैं उनको समझना चाहिए.
मंत्री प्रेमसाय सिंह ने कहा, विधानसभा में सबकी सहमति से बिल पास हुआ लेकिन 1 माह बाद भी हस्ताक्षर नही हुआ आखिर क्या कारण है? जवाब मांगे तो जवाब भी दिए अब भी हस्ताक्षर नही हुए, आखिर कारण क्या है?
सप्रे शाला के पास पुलिस ने रोका आदिवासियों को
आदिवासी समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे. उतनी ही बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती रही. राजभवन जाने से पहले ही पुलिस ने आदिवासियों को रोक लिया.