रायपुर. राजधानी में एक बार फिर स्काईवॉक का मुद्दा गर्माया है। प्रेस वार्ता लेकर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा- हमने अपने कार्यकाल में इस शहर को संवारा है। स्काईवॉक को लेकर 3 कमेटियों का गठन किया गया है। 2019 में स्काईवाक के मुद्दे पर कमिटी बैठती है। विधायक सत्यनारायण शर्मा के अध्यक्षता में गठित होती है और सभी अधिकारी और लोकल सदस्य इसमें शामिल होते हैं। जनप्रतिनिधियों को रिपोर्ट राज्य सरकार ने प्रस्तुति की। सर्वे के अनुसार, 67 प्रतिशत जनता ने स्काईवॉक के उपयोग करने की बात कही। सरकार शहर के विकास को अवरुद्ध करना चाहती है। हर तरह के रिपोर्ट सरकार के पास आ चुकी है तो शहर के विकास को अवरुद्ध करने की मंशा क्यों..? जो जनता के लिए बना हुआ है उसका उपयोग जनता करे।
इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट सरकार का विजन नहीं है। लगभग 700 करोड़ का काम बीजेपी सरकार ने किया था। जिसमें 5 काम अब भी अधूरे पड़े है। साढ़े 4 सालों में सरकार के कोई भी काम पूरे नहीं है। सरकार इस पर कोई निर्णय नहीं लेगी तो व्यक्तिगत लड़ाई को लेकर सरकार शहर के विकास को अवरुद्ध करना चाहती है। सरकार का कोई भी इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना विजन नहीं है। आज एक्सप्रेस वे, हाईवे, स्काईवॉक अंडर ब्रिज, रायपुर से भिलाई तक एनएचआई के माध्यम से फ्लाईओवर का निमार्ण सब काम अधूरा है। साढे 5 साल में यह सरकार कोई भी काम कंप्लीट नहीं कर पाई।
PWD विभाग ने स्काईवॉक के लागत बढ़ने का रिपोर्ट सौंपा। 2024 में स्काईवॉक को पूर्ण भाजपा की सरकार करेगी यह हमारा संकल्प है।
वही, तंज करते हुए पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सीएम भूपेश को घोषणावीर बताया और कहा प्रदेश के मुख्यमंत्री को घोषणावीर की पदवी दे देनी चाहिए। हर जिले विधानसभा के दौरे में 415 से अधिक घोषणाएं की। लेकिन, किसी भी घोषणा पर अमल नहीं हुआ। सरकार के नीचे बैठे लोग क्या काम कर रहें है देखना चाहिए सरकार को, सीडी कांड का सच बाहर आएगा इसलिए कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुझे टारगेट किया जा रहा है।
वही, राजेश मूरत के बयान पर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार करते हुए कहा राजेश मूणत जी का ज्ञान और अध्ययन कमजोर है। उसका बड़ा कारण यह है कि उन्होंने अपना अध्ययन उनकी पढ़ाई लिखाई कमजोर स्थिति की रही है। इसलिए उनको आंकड़ों की जानकारी सही नहीं है। कांग्रेसी सरकार ने जो अपने वादे किए थे। 90 फ़ीसदी वादों को पूरा किया है। भूपेश बघेल देश के अकेले ऐसे मुख्यमंत्री हैं। जिन्होंने अपनी घोषणाओं को शत-प्रतिशत पूरा करने की दिशा में कार्य योजना बनाई है।स्काईवॉक वाले मामले पर राजेश मूणत के बयान पर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहां -स्काईवॉक भारतीय जनता पार्टी के कामों का एक नमूना है। हम आज भी भारतीय जनता पार्टी से पूछते हैं कि, आपने क्या सोचकर रायपुर शहर में स्काईवॉक प्रोजेक्ट शुरू किया था। 25 फीट ऊपर चढ़कर कौन आदमी पैदल जाना चाहता है। जबकि रायपुर में पर्याप्त मात्रा में सड़कों में आने जाने की व्यवस्था है। इसमें असीमित काम करके राजेश मूरत इसमें भ्रष्टाचार करके पैसा कमाना चाहते थे और कांग्रेस सरकार भारतीय जनता पार्टी और रमन सरकार के समय का स्काईवॉक को स्मारक के रूप में संरक्षित रखना चाहती है।