Raipur / Bilaspur: पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने हाइकोर्ट में जनहित याचिका लगाई थी। दायर याचिका पर 10 महीने बाद भी शासन का कोई जवाब नही आया। और अब HC ने जवाब पेश करने का अंतिम मौका दिया है। अब 6 सप्ताह बाद मामले में सुनवाई होगी।
बता दें कि, ये शराब में लग रहे 10 प्रतिशत कोरोना टेक्स का मामला है। याचिका में कहा- इस टैक्स का पैसा कोरोना अधोसंरचना में नहीं लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग को भी पैसे ट्रांसफर नही किये गए। चीफ जस्टिस के डिवीजन बेंच में बुधवार को सुनवाई हुई।
शराब में कोरोना टैक्स लगाने वाले मामलें में बीजेपी पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा बीमारी के नाम पर कोरोनावायरस में टैक्स लगाना। यह सरकार की डकैती है। 10 महीने से जवाब नहीं दे सके और फिर समय लिए हैं। उसके बाद भी जवाब नहीं दे सकेंगे। चोरी को कैसे दिखा देंगे कि हम ने चोरी की है। बीमारी के नाम से टैक्स लगाते हैं और भ्रष्टाचार करते हैं। धान खरीदी में भी उत्तर नहीं दे रहे हैं।
वहीं, इस मामलें में कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा न्यायलय के द्वारा जो जानकारी मांगी जाएगी वो राज्य सरकार उपलब्ध करवा देगी। प्रदेश के जनता के हित में करोड़ो रूपये खर्च किये जिसका पायी पायी का हिसाब जनता के संज्ञान में है। पारदर्शी तरीके से खर्च किया गया है। भाजपा पर साधा निशाना कहा कि शराब टैक्स पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेताओं को पहले पीएम फंड के हिसाब किताब जनता को बताना चाहिए। CSR फंड को दबावपूर्वक पीएम फंड में जमा करवा दिया। भाजपा पीएम फंड का हिसाब किताब दे।