रायपुर। जन्माष्टमी के अवसर पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर के तेलीबांधा और गुढ़ियारी में विकसित किए जा रहे कृष्ण कुंज में सांस्कृतिक व जीवनोपयोगी पौधों के रोपण की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री की पहल पर राज्य के सभी नगरीय क्षेत्रों में कृष्ण कुंज विकसित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने सभी कलेक्टरों को कृष्ण कुंज विकसित करने के लिए वन विभाग को न्यूनतम एक एकड़ भूमि आवंटित करने का निर्देश दिया है। अब तक राज्य के 162 स्थलों को कृष्ण कुंज के लिए चिन्हांकित किया गया है। पौधारोपण की तैयारी भी बड़ी उत्साह के साथ की जा रही है।
यहां बरगद, पीपल, कदंब जैसे सांस्कृतिक महत्व के व जीवनोपयोगी आम, इमली, बेर, गंगा इमली, जामुन, गंगा बेर, शहतूत, तेंदू, चिरौंजी, अनार, कैथा, नीम, गूलर, पलास, अमरूद, सीताफल, बेल व आंवला के पौधों का रोपण किया जाएगा। कृष्ण कुंज को विशिष्ट पहचान दिलाने व सभी निकायों में एकरूपता प्रदर्शित करने के लिए बाउंड्रीवाल गेट पर लोगो की डिजाइन एक समान तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, पौधारोपण को जन-जन से जोड़ने, अपने सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और उन्हें विशिष्ट पहचान देने के लिए इसका नाम कृष्ण कुंज रखा गया है। विगत वर्षों में शहरीकरण की वजह से हो रही अंधाधुंध पेड़ों की कटाई से इन पेड़ों का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है। आने वाली पीढ़ियों को इन पेड़ों के महत्व से जोड़ने के लिए कृष्ण कुंज की पहल की जा रही है।