कौशल उन्नयन योजना
महिलाओं ने सीखा दोना पत्तल,अगरबत्ती,मोमबत्ती और वाशिंग पाउडर बनाना
रायपुर, 09 जनवरी 2014
राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित कौशल उन्नयन योजना के तहत पिछले करीब साढ़े चार वर्षों में आय उपार्जन से जुड़े महिला स्व-सहायता समूहों की 14 हजार से अधिक महिलाओं को रोजगार मूलक कार्यों का निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया गया।इसके लिए 50 लाख 36 हजार 650 रूपए खर्च किए गए। प्रशिक्षण 479 बैचों में दिया गया। छत्तीसगढ़ महिला कोष के अंतर्गत वर्ष 2007-08 से राज्य में शुरू कौशल उन्नयन योजना में महिला समूह की महिलाओं के व्यावसायिक कौशल को बढ़ाने के लिए एक से तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाता है।
कौशल उन्नयन योजना के तहत महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को दोना पत्तल, अगरबत्ती,मोमबत्ती, वाशिंग पाउडर,आचार, पापड़,बड़ी, मसाला, फुड प्रोसेसिंग जैसे रोजगार मूलक कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाता है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कौशल उन्नयन योजना में करीब साढ़े चार वर्षों में 14 हजार 370 महिलाओं को 479 बैंचों में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2009-10 में 120 बैचों में तीन हजार 600 महिलाओं, वर्ष 2010-11 में 166 बैचों में चार हजार 980 महिलाओं, वर्ष 2011-12 में 68 बैचों में 2040 महिलाओं, वर्ष 2012-13 में 108 बैचों में तीन हजार 240 महिलाओं और वर्ष 2013-14 में दिसम्बर 2013 की स्थिति में 17 बैचों में 510 महिलाओं के कौशल वृद्धि के लिए रोजगार मूलक प्रशिक्षण दिया गया।