मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को आज यहां विधानसभा परिसर स्थित उनके कार्यालय कक्ष में पंचायत मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ को प्राप्त राष्ट्रीय पुरस्कार सौंपा। उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के स्थापना दिवस के अवसर पर कल दो फरवरी को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री जयराम रमेश ने छत्तीसगढ़ को इस योजना के तहत पांच राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया। इनमें से दो पुरस्कार सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य को प्रदान किए गए। मनरेगा के तहत छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार राज्य के गांवों में वर्ष 2012-13 में मनरेगा के आवंटन तथा अन्य विकास विभागों की योजनाओं को मिलाकर कनवर्जेन्ंस श्रेणी में दो हजार 232 करोड़ रूपए की धनराशि से गांवों में बारह करोड़ दस लाख मानव दिवस का रोजगार सृजन करने और आजीविका के स्थायी साधनों के विकास पर दिया गया। इसके अलावा इस योजना में सूचना, शिक्षा और संचार के बेहतरीन इस्तेमाल के लिए भी राज्य को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अन्य तीन पुरस्कारों में से एक पुरस्कार प्रदेश के नक्सल पीड़ित बीजापुर जिले को चुनौती पूर्ण परिस्थितियों में मनरेगा के शानदार क्रियान्वयन के लिए दिया गया। एक पुरस्कार राज्य के राजनांदगांव जिले को लीडरशीप श्रेणी में और दूसरा पुरस्कार बालोद जिले की ग्राम पंचायत खरथुली को प्रदान किया गया। इस अवसर पर विधायक श्री भइया लाल राजवाड़े, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।