पहले राम के नाम पर वसूला… अब चुनावी चन्दे की है कसरत : छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ

Kanhiya Agrawal
Kanhiya Agrawal
रायपुर
भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरे देश से लोहा और मिट्टी इकट्ठा करने का अभियान पूरी तरह से आम चुनाव के लिए भावनात्मक रूप से चन्दा वसूली का कार्यक्रम है । भाजपा ने पहले भी इसी तरह रामलला के नाम पर पूरे देश से राम शिला (ईंटे) और हजारों करोड़ रूपये उगाहे थे ।
प्रदेश कांग्रसे कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कन्हैया अग्रवाल, अशोक शिवहरे, राजेश केडिया, अतुल रघुवंशी एवं सुशील सचदेव ने उक्ताशय का बयान जारी करते हुए कहा कि देश के जनता की धार्मिक, सामाजिक एवं महापुरूषों के प्रति अगाध आस्था से खेलना ही भाजपा का प्रमुख हथियार है । भाजपा ने राम मन्दिर आन्दोलन के नाम पर पूरे देश से ईटें और चन्दा एकत्रित किया । देश भर से हजारों करोड़ रूपये उगाहे गये परन्तु उस राशि का क्या हुआ.. एक बार फिर भाजपा देश के प्रथम गृहमंत्री स्व. सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रति व्याप्त आस्था और विश्वास का फायदा उठाकर उनके मूर्ति की स्थापना के लिए देश के हर नागरिक से लोहा और मिट्टी मांगने निकल पड़ी है ।
उन्होने कहा कि यदि भाजपा वास्तव में मूर्ति स्थापित करना चाहती है तो गुजरात में उसकी सरकार है, सरकार के माध्यम से मूर्ति स्थापित की जा सकती है परन्तु भाजपा का उद्देश्य सरदार पटेल की मूर्ति लगाना नहीं उनके नाम पर चन्दा और भावनात्मक वोट बटोरना है ।
वर्तमान में 1 वोट 1 नोट की परिपाटी बतौर चन्दा अभियान देश के आगामी प्रधानमंत्री बनाने हेतु इकट्ठा किया जा रहा है, जिसके माध्यम से भाजपा सरकार न सिर्फ अपने काले धन को सफेद धन बनाकर अपने नाम का वर्चस्व स्थापित करना चाह रही है अपितु आगामी लोकसभा चुनाव में खर्च हेतु अतिरिक्त धन की व्यवस्था कर रही है । जनता 1 नोट 1 वोट की व्यवस्था करें न करें लेकिन भाजपा खुद अपने ही मंत्रियों, पार्टी नेताओं, एवं पार्टी प्रशस्त व्यापारियों/औद्योगिक घरानों से लाखों करोड़ों का चन्दा रूपी धन, लेकर सफेद कर लेगी । ध्यान रहे भाजपा ने पूर्व में ही नरेन्द्र मोदी की सभाओं के माध्यम से प्रवेश शुल्क लेकर ही अपना फंड तैयार कर लिया है ।