गाँव में शौचालय बना रहे है नाबालिग बच्चे…
अम्बिकापुर
प्रधान मंत्री के सपने को पूरा कर खुले में शौच मुक्त ग्राम बनाने के लिए ग्राम पंचायते इस कदर दबाव में है की नाबालिग बच्चो से भी शौचालय निर्माण में मजदूरी कराने से गुरेज नहीं कर रहे है। पूरा मामला अम्बिकापुर विकास खंड के ग्राम सपना का है जहां स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण कराया जा रहा है और इस निर्माण में नाबालिग बच्चे मजदूरी कर रहे है।
गौरतलब है की सरगुजा में गावो को खुले में शौच मुक्त बनाने की कवायद तेज कर दी है गई है। इस सम्बन्ध में बैठकों और निर्देशों का दौर भी गर्म है निर्माण एजेंसियों को जल्द से जल्द ओडीऍफ़ ग्राम बनाने के लिए टारगेट दिए जा रहे है। और जल्दबाजी के चक्कर में निर्माण एजेंसिया नाबालिग बच्चो से ही मजदूरी करा रही है। मजदूरी करते हुए बच्चो की तस्वीरो में आप साफ़ देख सकते है और इस मजदूरी का किस्सा जब बच्चो ने बताना चाहा तो स्थानीय लोगो ने बच्चो को बताने से रोक दिया।
बहरहाल ओडीऍफ़ ग्राम जल्द से जल्द बनाने के लिए प्रशासनिक दबाव के बीच निर्माण एजेंसियों के द्वारा बाल श्रम जैसा अपराध भी कराया जा रहा है और खुले शौच मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए बाल श्रम कराया जाना कितना लाजमी है ये तो सरगुजा प्रसाशन ही बेहतर समझ सकता है।
लक्ष्मी कश्यप…..जनपद सदस्य
इस मामले में क्षेत्र की जनपद सदस्य लक्ष्मी कश्यप ने बच्चो से मजदूरी काराए जाने को गलत बताया है और इसकी शिकायत कर कार्यवाही कराने की बात कही है।
बी.के.अग्रवाल….सी ई ओ जनपद पंचायत अम्बिकापुर
बाल श्रम जैसे अपराध के प्रश्न पर जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बी के अग्रवाल का कहना है की इस तरह की शिकायत उनके पास नहीं आई है लेकिन मीडिया के द्वारा दिखाए गए वीडियो के बाद उन्होंने जांच कराने की बात कही है और अगर कोई एजेंसी नाबालिग से काम कराते पाई जाती है तो उस पर कार्यवाही की बात कही है।