बलरामपुर-रामानुजगंज
भवरमाल समिति मेें धान का तौल नही होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। प्रबंधक के मनमानी रवेये से किसान पूरी तरह परेषान है। वही सूखती के नाम पर किसानों से अधिक धान लिया जा रहा है। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रबंधक द्वारा मनमानी करने से किसान इधर उधर भटकने पर मजबूर है। गौर तलब है कि भवरमाल समिति में धान खरीदी को लेकर किसान काफी चिंतित है। वही पिछले एक पखवाडे से समिति में धान गिराकर तौल कराने के लिए दूर दराज गाॅव से किसान आते है। प्रबंधक के द्वारा रोज टालमटोल कर देने से किसान निराष होकर घर लौट जा रहे है। मजबूरी वष दूसरे दिन किसानों को तौल कराने वापस समिति में आना पड रहा है। यही नही प्रबंधक द्वारा समिति से नदारत रहने के वजह से किसानों के सामने कई समस्या सामने खडी हो गई है। किसानों का कहना है कि प्रबंधक द्वारा अपने रिष्तेदारों व परिचितों का धान तत्काल तौल करा दिया जा रहा है। पहले समिति के कर्मचारियों द्वारा छटाई हो जाती थी लेकिन अब किसानों को मजदूर लगाने कहाॅ जा रहा हैं। मजदूरों द्वारा छटाई करने तैयार नही होने पर किसान परेषान है। किसान सीताराम गुप्ता, सहजीन गुप्ता, सपन , षिवकुमार, रामप्रसाद, विष्वजीत सहित दर्जनों किसानों का धान पिछले एक पखवाडे से समिति में पडा है और उसकी तौल अभी तक नही हो पाई है। समिति में किसानों द्वारा रखा गया धान मवेषी बरबाद कर रहे है।
सुखती के नाम पर अधिक धान
भवरमाल समिति में कलेक्टर के आदेष को दरकिनार कर किसानों से निर्धारित मात्रा से अधिक वजन में अधिक धान लिया जा रहा है। सुखती के नाम पर किसानों से 41 किलो 200ग्राम धान लिया जा रहा है। जबकि 40 किलो 700 बोरा सूखा धान लेना हैं। किसानों से प्रति बोरी 500 ग्राम धान अधिक लिया जा रहा है। कलेक्टर के आदेषों का दरकिनार कर प्रबंधक द्वारा किसानों का पूरी तरह षोषण किया जा रहा है। जिससे किसान परेषान है।