सामान्य सभा का बहिष्कार, निन्दा प्रस्ताव पारित
कोरिया “सोनू केदार”
जिला मुख्यालय स्थित जिला पंचायत के सभागार में कोरिया जिला पंचायत की सामान्य सभा का अध्यक्ष सहित सदस्यों ने बहिष्कार कर दिया। जिला पंचायत की अध्यक्ष सहित समस्त जनप्रतिनिधियों ने जिले के अधिकारियों द्वारा लगातार अध्यक्ष सहित जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होने गंभीर मसलों पर जनप्रतिनिधियों द्वारा दिये गये प्रस्ताव पर उदासीन रवैया अपनाने का भी आरोप अधिकारियों पर मढ़ा है। जनप्रतिनिधियों ने जहां एक ओर सामान्य सभा की बैठक का बहिष्कार किया तो वहीं दूसरी ओर अलग से बैठक कर निंदा प्रस्ताव भी पारित किया।
जिला पंचायत के सभागार मे सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई थी जिसमे जिला पंचायत की अध्यक्ष कलावती मरकाम सहित देवेन्द्र तिवारी, हेमलता ंिसह, संगीता सोनवानी, गुरूज लाल सिंह, श्रीमती सरोजनी कमरो, राखी सिंह, मानकुंवर, नंदू देवी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। बैठक प्रारंभ होने के कुछ देर बाद सभी मौजूद जनप्रतिनिधियों ने उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया। जनप्रतिनिधियों ने यह भी आरोप लगाया है कि जिला पंचायत की कार्यवाही से अधिकारी नदारत रहते है इसके साथ ही कई विचाराधीन एवं जांच मामलों पर कार्यवाही नही किये जाने का भी आरोप जनप्रतिनिधियों ने लगाया है। सामान्य सभा की बैठक का बहिष्कार करने के बाद अपने निंदा प्रस्ताव मे जनप्रतिनिधियों ने कई विषयों जैसे छात्रावास एवं आश्रमों के प्रभारियों के संबंध में स्थानीय लोगों को प्रथमिकता दिये जाने तथा सर्व शिक्षा अभियान योजनान्तर्गत गणवेश वितरण व शालाओं के शौचालय मरम्मत कार्य की राशि गबन किये जाने, पंचायत सचिवों के स्थानान्तरण, कई विभागों के जिला अधिकारियों की अनुपस्थिति, शिक्षाकर्मियों को पदोन्निति मे अपात्र करने जैसे कई मामलों का जीक्र करते हुए कोई ठोस कार्यवाही नही किये जाने का आरोप लगाया गया है।
कलावती मरकाम….. जिला पंचायत अध्यक्ष
गणवेश मसले मे विद्यार्थियों को दो सेट ही गणवेश दिया गया है जबकि साल भर मे चार सेट गणवेश दिया जाना चहिये। तकरीबन 412 स्कूलों मे शौचालय मरम्मत के लिये राशि आवंटित की गई थी जानकारी मिली है कि प्रत्येक से आवंटित राशि का आधा वापस ले लिया गया है। इसके साथ ही किसी तरह का कोई मरम्मत कार्य भी नही कराया गया है। करोडों का गोलमाल किया जा रहा है। वहीं अनुमति लेकर जिन शिक्षाकर्मियों ने आगे की पढ़ाई की थी उन्हे अयोग्य मान कर पदोन्निति भी नही दी गई है। गणवेश सहित शौचालय के लिये पिछली बैठक मे हम लोगो ने जांच और कार्यवाही के लिये समय निर्धारित किया था तथा जांच मे हम लोगों को भी शामिल करने के लिये जिला पंचायत सीईओ को कहा गया था लेकिन आज तक न तो उसकी कोई टीम ही गठित की गई और न ही हमे इसकी कोई जानकारी ही दी जा रही है। इसी तरह कई गंभीर मसले है जिनकी सबूत के साथ बैठक मे जानकारी दी जाती है लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी हमारी एक नही सुनता। अगर इसी तरह ऐसा ही चलता रहा तो हम लगातार बहिष्कार करते रहेंगें। अधिकारी हमारी बिल्कुल नही सुनते।
संतन देवी जांगड़े ……..जिला पंचायत सीईओ
सामान्य सभा के बहिष्कार का कोई नियम नही है। उनके द्वारा ही सामान्य सभा की बैठक आमंत्रित की गई थी। पूरी कार्यवाही होने के बाद उनके द्वारा इस तरह करना समझ से परे है कि आखिर उन्होने किस नियम के तहत ऐसा किया। हम उनकी क्या नही सुनते वो खुद ही बता दें, जो नियम के अनुरूप होता है हमारे द्वारा कार्यवाही की जाती है। आरोप निराधार है।