रायपुर
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रायपुर जिले की निनवा ग्राम पंचायत को खुले में शौच से मुक्त होने पर ग्रामवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री को यह जानकारी निनवा के सरपंच गिरेंद्र साहू ने यहां उनके निवास पर उनसे सौजन्य मुलाकात के दौरान दी। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह से मिलने साहू एक प्रतिनिधि मण्डल के साथ रायपुर आये थे। मुख्यमंत्री जब प्रतिनिधि मण्डल के साथ चर्चा कर रहे थे, तब श्री गिरेंद्र साहू ने भी अपनी ग्राम पंचायत की इस उपलब्धि की जानकारी उन्हें दी। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि निनवा ग्राम पंचायत रायपुर जिले की खुले में शौच से मुक्त होने वाली पहली ग्राम पंचायत है।
गांव वालों ने अपने सामूहिक प्रयास से यह उपलब्धि तीन माह में ही हासिल कर ली। निनवा के सरपंच गिरेंद्र साहू ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत निनवा में पिछले वर्ष 11 मार्च से अभियान की शुरुआत हुई, लोगों को स्वच्छता और स्वास्थ्य के महत्व को बताने के लिए वे स्वयं, पंचों और ग्रामीणों के दल के साथ घर-घर गये और ग्रामीणों को घरों में शौचालय के निर्माण कराने के लिए प्रोत्साहित किया। ग्रामीणों को यह भी बताया गया कि खुले में शौच से पर्यावरण प्रदूषण तो होता ही है, संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। स्वस्थ्य पर्यावरण के लिए यह जरुरी है कि सभी लोग अपने घरों में शौचालय का निर्माण कराएं और उसका उपयोग भी करें। ग्रामीणों को यह भी बताया गया कि वे अपने घरों को, कुओं, हैंण्डपम्पों और जल स्त्रोतों के आस-पास भी साफ-सफाई रखें।
सरपंच साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि लगभग 21 सौ की आबादी वाली इस ग्राम पंचायतों में 350 घर हैं। इनमें से 77 घरों में पहले से शौचालय बने थे। ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर 234 घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया। ग्रामीणों को शासकीय योजना के अंतर्गत शौचालय निर्माण के लिए बारह हजार रुपए की राशि मिली, कई ग्रामीणों ने अपने घरों में 40 से 45 हजार रुपए की राशि खर्च कर बड़े शौचालय बनवाए। लगातार समझाईश से ग्रामीण अब घर में बने शौचालयों का उपयोग करने लगे हैं। सभी घरों में शौचालय बनाने का काम पिछले वर्ष 29 मई को पूरा हुआ और निनवा बनी रायपुर जिले की पहली खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायत। स्वच्छता के इस महाअभियान में ग्रामवासियों के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, साक्षरता अभियान के प्रेरकों और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के रोजगार सहायकों ने भी लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। मुख्यमंत्री ने स्वच्छता के प्रति ग्रामीणों की जागरुकता की सराहना की।