
बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का प्रथम चरण संपन्न हो गया है..इधर जिले में 34 हजार 4 सौ 42 मतदाता कम हो गये है…वही प्रारंभिक मतदाता सूची प्रकाशन के बाद दावा आपत्ति भी आमंत्रित किये गये है..
छत्तीसगढ़ के सिरमौर पर बसा बलरामपुर – रामानुजगंज जिला उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश और झारखंड की सीमाओं से सटा हुआ है..और यही वजह है कि पड़ोसी राज्यों के लोग भी रोजगार की तलाश में छत्तीसगढ़ में आकर निवासरत है..जिले में एसआईआर के तहत कराये गये सर्वे से पहले 4 लाख 49 हजार 731 मतदाता थे..और सर्वे के बाद प्रारंभिक मतदाता सूची के प्रकाशन के उपरांत 4 लाख 15 हजार 289 मतदाता है..जिले में 6 हजार 9 सौ 64 मतदाताओं की मौत हुई है..जबकि 18 हजार 6 सौ 78 मतदाता जिले से पलायन कर चुके है..वही 9 हजार 8 सौ 23 ऐसे मतदाता है जिन्हें संदेह के दायरे में रखा गया है..यह वह मतदाता है जिन्होंने एसआईआर के समय अपना एवं रिश्तेदारों का 2003 का कोई भी विवरण प्रदाय नही किया है..ऐसे मतदाताओं को दूसरे चरण में अपनी भारत की नागरिकता सिद्ध करनी होगी.
जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक मतदाता सूची में एक साथ दो जगहों पर मतदाताओं के नामो की छंटनी की गई है..इसके साथ ही प्रारंभिक सूची का प्रकाशन किया गया है..और प्रारंभिक सूची में नामों के संशोधन और दावा आपत्ति का क्रम जारी है..इसके अलावा नये मतदाताओं का नाम जोड़ने का कार्य किया जा रहा है..
विश्वस्त सूत्रों की माने तो जिले में नगरीय निकायों के चुनाव के समय में मतदाताओं की संख्या में इजाफा होता था..और एसआईआर के बाद मतदाताओं के वही आंकड़े कम हुए है..बहरहाल नगरीय निकाय चुनाव के समय मतदाता सूची में नाम जोड़ने के पूर्व जिम्मेदार अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि नाम जोड़ने के पूर्व नागरिकता के साथ – साथ दोहरी पंजीकरण ना हो तथा वर्तमान निवास का पुख्ता प्रमाण लिए जाये!.




