सूरजपुर
सुतिया नाला के पास हुये हत्याकाण्ड में हथियार उपलब्ध काराने वाले आरोपियों को भी सूरजपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूरजपुर थाना के सुतिया नाला में 23 अगस्त को उमेष पिल्ले के हत्या के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज हिमांषु गुप्ता के निर्देषन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के मार्गदर्षन में एक विवेचना टीम एडिषनल एसपी एसआर भगत, सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, निरीक्षक एम.आर.कष्यप, क्राईम ब्रांच प्रभारी सी.पी.तिवारी, चैकी प्रभारी बसदेई सरफराज फिरदौसी, साईबर सेल आरक्षक हरेन्द्र सिंह को गठित कर मामले की गंभीरतापूर्वक जांच कार्यवाही कर अन्य आरोपियों की पतासाजी कर उन्हें पकड़ने एवं मामले का निराकरण करने हेतु किया गया।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री साय के द्वारा उक्त प्रकरण में पिस्टल उपलब्ध कराने वालों की जानकारी मिलने पर तत्काल एक टीम एसआई रामेन्द्र सिंह, क्राईम प्रभारी सी.पी.तिवारी व चैकी प्रभारी बसदेई सरफराज फिरदौसी व एक प्रधान आरक्षक व 6 आरक्षकों की टीम गठित कर उत्तरप्रदेष जाने हेतु आदेषित किये। उक्त टीम के द्वारा पिस्टल उपलब्ध कराने वाले अनीष उपाध्याय को उसके गृहग्राम से लाकर पूछताछ किया गया जो बताया कि उसका बड़ा भाई मनीष उपाध्याय पिता प्रमोद उम्र 26 वर्ष सूरजपुर में फिजियोथैरेपी का काम करता है और आरोपी विष्णु अग्रवाल उर्फ विक्की के मकान में किराये पर रहता है तथा उससे अपना ईलाज भी कराता था। विष्णु अग्रवाल यह जानता था कि मनीष मिर्जापुर उत्तरप्रदेष का रहने वाला है वहां आसानी से पिस्टल मिल जाता है इसी उद्देष्य से विष्णु ने मनीष से पिस्टल उपलब्ध कराने हेतु बार-बार कहा गया तब मनीष के द्वारा अपने छोटे भाई अनीष से बात करते हुये इस संबंध में विष्णु से बात कराया तब अनीष के द्वारा बोला गया कि 55 से 60 हजार रूपये में पिस्टल उपलब्ध हो जायेगा। तब विष्णु और हंसू मिलकर पहली बार 20 एवं दूसरी बार 10 हजार रूपये पिस्टल के लिए एडवांष मनीष उपाध्याय को दिये।
उसके कुछ दिन बात अगस्त 2016 के प्रथम सप्ताह में अनीष उपाध्याय पिस्टल एवं कारतूस लेकर सूरजपुर आया, अनीष और डाॅक्टर मनीष दोनों भैयाथान रोड़ दुर्गा पण्डाल के पास स्थित क्लीनिक में गये थे जहां पिस्टल कारतूस लेने के लिये आरोपी विष्णु और हंसू गये। जिन्हें दोनों भाई पिस्टल कारतूस आ जाना बताकर चेक करने के लिये बोले तब हंसू अनीष को पिस्टल कारतूस के साथ अपने मारूती वेन में बैठाकर केतका जंगल ले गया और पिस्टल से फायर करके चेक कराया शेष बचे गोली और पिस्टल को लेकर वापस क्लीनिक आ गये जहां एक पिस्टल और कारतूस आरोपी विष्णु और हंसू को दिये हंसू ने 30 हजार रूपये विष्णु अग्रवाल को दिया जो विष्णु ने उक्त रकम को डाॅक्टर मनीष को दिया फिर दोनों भाई अपने कमरे में जाकर रूपये को गिने तो उसमें 29 हजार रूपये थे। डाॅक्टर मनीष एवं अनीष दोनों भाई मिलकर 59 हजार रूपये में एक पिस्टल, 5 राउण्ड गोली को आरोपी हंसू एवं विष्णु को बिक्री किये। खरीदे गये पिस्टल से मृतक उमेष पिल्ले की गोली मारकर सुतिया नाला के पास हत्या किये थे। प्रकरण में आरोपीगण के साथ उक्त अपराध में संलिप्तता होने से आरोपी मनीष उपाध्याय पिता प्रमोद उम्र 26 वर्ष एवं अनीष उपाध्याय पिता प्रमोद उम्र 24 वर्ष साकिन भागीरथपुर, थाना कछवा, जिला मिर्जापुर (उत्तरप्रदेष) से 3 नग मोबाईल जप्त करते हुये गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेष किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
प्रकरण की विवेचना में एडिषनल एसपी एस.आर.भगत, सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, थाना प्रभारी सूरजपुर एम.आर.कष्यप, क्राईम ब्रांच प्रभारी सीपी तिवारी, एसआई रामेन्द्र सिंह, चैकी प्रभारी बसदेई सरफराज फिरदौसी, एएसआई केडी बनर्जी, प्रधान आरक्षक बिसुनदेव पैकरा, विवेक पाण्डेय, रामनिवास तिवारी, आरक्षक हरेन्द्र सिंह, दिलीप सिंह, रमेष कसेरा, महिपाल सिंह, महेन्द्र सिंह, अखिलेष पाण्डेय, ललन सिंह, वसीम राजा, हरविन्दर सिंह, सीताराम पैकरा, जीवन साहू, राघवेन्द्र शर्मा एवं सुरेष साहू सक्रीय रहे।