अधिकारी कर्मचारियों के तानाशाही रवैया से पंचायत प्रतिनिधियों में आक्रोश

पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन

अम्बिकापुर

जनपद पंचायत उदयपुर अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों का सम्मेलन शनिवार को सीताबेंगरा में आयोजित किया गया। जनपद अध्यक्ष राजनाथ सिंह, उपाध्यक्ष राजीव सिंह, विधायक प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंह की उपस्थिति में आयोजित इस सम्मेलन में लगभग सभी सरपंच एवं जनपद सदस्यों ने हिस्सा लिया। बैठक के प्रारंभ में पंचायती राज को सशक्त बनाने के संबंध में व्यापक चर्चा की गयी। उपस्थित सभी सदस्यों के सुझाव लिये गये और आगामी बैठक में इस संबंध में संघ बनाकर अपनी बात को शासन और प्रशासन स्तर पर पहुंचाने का निर्णय लिया गया। ग्राम पंचायतों में सरपंचों को होने वाली दिक्कतों के बारे में चर्चा शुरू किया गया तो समस्याओं का पहाड़ सा खड़ा हो गया । विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों ने इस सम्मेलन में ग्राम पंचायतों में होने वाले  विकास कार्याें एवं शासन की विभिन्न योजनाओं को हितग्राही तक पहुंचाने में होने वाली समस्याओं के बारे में खुलकर अपनी बात रखी । अधिकारी कर्मचारियों के तानाशाही रवैये से पंचायत प्रतिनिधियों में बढ़ता आक्रोश खुल कर सामने आया।

निर्विरोध निर्वाचित ग्राम पंचायत रामनगर के सरंपच रोहित सिंह टेकाम ने अपनी बात रखते हुये बताया कि पिछले कार्यकाल के दौरान निर्माण कार्याें आंगनबाड़ी भवन कलेश्वरपारा रामनगर से संबंधित माप पुस्तिका एवं माध्यमिक शाला भवन पुटा का निर्माण संबंधी फाईल जनपद से गायब हो चुकी है जिससे कार्य का भुगतान अभी तक लंबित है। और भी निर्माण कार्याें का भुगतान जनपद के अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही से लटका हुआ है।

झिरमीटी के सरपंच विजय एक्का ने बताया कि शौचालय निर्माण कार्य के मजदूरी एवं मटेरियल भुगतान की राशि एक लाख रूपये को सचिव द्वारा सरंपच को धोखे में रखकर अपने खाते में जमा करा लिया गया। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों के समक्ष करने पर कुछ दिनों पूर्व जनपद की समीक्षा बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा उक्त सचिव को जनपद में संलग्न कर दिया गया है। इसी तरह अन्य पंचायत के सरपंचों ने भी अपनी बात रखते हुये बताया कि बाहरी लोगों द्वारा अपनी पहुंच का धौंस दिखाकर निर्माण कार्य में दखलंदाजी लगातार की जा रही है जिससे कई बार विवाद की स्थिति निर्मित होती है।

जनपद उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने पंचायत प्रतिनिधियों के प्रथम सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि जनपद स्तर में व्याप्त कमीशनखोरी विकराल रूप ले चुका है इसे जड़ से समाप्त करने की जरूरत है। हर काम के लिए जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जाती है जो पंचायती राज अधिनियम का खुला उल्लंघन है। एक संगठन बनाकर DSCN0161जनपद में व्याप्त बुराईयों एवं समस्याओं को समाप्त करने पहल किये जाने की बात कही। जनपद में शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुये इसे दूर करने के लिए आवश्यक उपाय किये जाने की बात कही गयी। नुनेरा की महिला सरपंच बतायी की पिछले दो पंचवर्षीय से आंगनबाड़ी भवन का निर्माण अधूरा है जिसे कोई सुनने वाला नहीं है।

[highlight]जनपद अध्यक्ष राजनाथ सिंह[/highlight] ने कहा कि ज्यादातर पंचायतों में नारी शक्ति सरंपच बनकर आयी है प्रशिक्षण एवं जानकारी के अभाव में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जनता विश्वास के साथ अच्छे कार्य के लिए चुनकर पांच साल के लिए जन प्रतिनिधि बनाया है उस पर खरा उतरने के लिए काफी संघर्ष करना है जिसमें हम सभी आप सब के साथ है। संगठन बनाकर इसे और मजबुती प्रदान किया जायेगा। स्वच्छ भारत अभियान के बारे में विस्तार पूर्वक बताया और बेटी बहूयें शौच के लिए बाहर न जाये इसके लिए शौचालय का उपयोग करने की सलाह दी।

विधायक प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंहदेव ने कहा कि जीते हुये जन प्रतिनिधि पंचायती राज प्रावधानों को जाने और अपने हक व अधिकार को समझे और पंचायत व क्षेत्र को विकास की ओर अग्रसर करें।

बैठक में जिला पंचायत सदस्य भोजवंती सिंह, जनपद सदस्य सुमिरन सिंह, चंदमणी भगत, संतोषी सिंह, ममता गुप्ता, रैमुनिया बाई, बुधो बाई, सरपंच राम सिंह, बृजभान सिंह, रामजीत, देवती बाई, गनेश्वर, भभीता सिंह, नीला बाई, भुलन  राम, गोविन्द राम, अमरेश सिंह, तलकेश्वर, अमरसाय, उदयनारायण, रामसाय, शकुंतला सिंह, फुलेश्वरी बाई सहित जनप्रतिनिधि व अन्य लोग उपस्थित रहे।