जीपीएम। सरकार और प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद कुछ लोग ऐसे हैं जो लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। बेटियों की शादी में दिखावे की यह रस्म कोरोना काल में भारी पड़ने लगी है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में एक शख्स ने बिना प्रशासन की अनुमति के बेटी की शादी की और उसमें पूरे गांव को न्योता भी भेज दिया। अब गांव के 69 लोग पॉजिटिव मिले हैं। वहीं सूरजपुर में भी बेटी की शादी में 60 लोगों को भोज कराया गया। दोनों मामलों में FIR दर्ज कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक, गौरेला के अंजनि गांव में 30 अप्रैल को रोहणी प्रसाद उपाध्याय की बेटी की शादी थी। इसकी अनुमति भी प्रशासन से नहीं ली गई। भोज कार्यक्रम में 60-70 लोग जुटे। इसमें 25 व्यक्ति बिलासपुर और करीब 40 अंजनि गांव से ही शामिल हुए थे। तहसीलदार की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि जानकारी मिलने पर इसके बाद 4 से 8 मई तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में चेकअप कैंप लगाया गया था।
स्वास्थ्य विभाग की जांच में गांव के 69 लोग कोरोना संक्रमित मिले। इसमें रोहणी प्रसाद उपाध्याय के घर में भी पांच लोग शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य लोग होम आइसोलेशन में हैं। इसके चलते गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। शादी के दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं करने पर तगौरेला थाने में रोहणी प्रसाद के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इसमें रोहणी को संक्रमण फैलाने का जिम्मेदार बताया गया है।
वहीं दूसरी ओर सूरजपुर जिले में भी शादी समारोह के एक कार्यक्रम में भीड़ की सूचना पर प्रशासन की टीम ने छापा मारा। भैयाथान तहसील क्षेत्र के गांव गंगोटी में रमेश सिंह की बेटी की 8 मई को शादी थी। कार्यक्रम में रमेश सिंह और उनके बड़े भाई राम किशुन सिंह बड़ी संख्या में मेहमान बुला रखे थे। प्रशासन की टीम पहुंची तो पता चला कि शाम 7 बजे से 50-60 लोगों को बुलाकर भोज कराया जा रहा था। इसके बाद SDM के आदेश पर FIR दर्ज कराई गई।