Korba News…रात में पूरा परिवार सो रहा था और उनके घर के किचन में मंडरा रहा था मौत। तभी घर का बड़ा लड़का हिमांशु पटेल की प्यास से नींद खुल गईं और जा पहुंचा मौत के मुंह में। उसे क्या मालूम था उसका सामना साक्षात मौत से होगा। ये पूरा मामला जिले के सर्वमंगला मंदिर से आगे कनकी रोड से लगे गांव चंद्रनगर जटराज का हैं।
दरअसल, चंद्रनगर जटराज गांव में रहने वाला हिमांशु, मां और भाई के साथ सो रहा था। तभी उसकी नींद खुल गई वो पानी पीने के लिए किचन में गया और बड़े आराम से फ्रीज का दरवाज़ा खोल पानी का बोटल निकाल पानी पीने लगा तभी उसकी नज़र फ्रीज के निचे पड़ी, तो उसको लगा छिपकली की पूछ हैं। क्योंकि, उस वक्त साप के पुछ का छोटा सा हिस्सा दिखाई दे रहा था। तभी गुस्सैल कोबरा ने जोर से फनकार की आवाज़ की। तब क्या था हिमांशु के हाथ पैर फूल गए। वो डर से भाग खड़ा हुआ और घर के बाकी लोगों को उठाया। सांप के फनकार से डरे सहमे घर वालों ने अपने आस-पास के लोगों को बुलाया तब तक वो बाहर खिड़की से झांकते रहें। कुछ लोग इकट्ठा होने के बाद एक जगह बैठे कोबरा को निकालने का प्रयास भी किया। लेकिन, उसके आकार और गुस्से को देख हिम्मत नहीं जुटा पाए। इसके बाद इसकी सूचना वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम प्रमुख वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया गया। जिस पर उन्होंने साप को देखते रहने की बात कहीं, थोड़ी देर बाद मौके स्थल पर पहुंचे।
वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम प्रमुख वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी ने बताया कि, यह कोबरा सांप हैं। जिसके हिंदी में नाग, गेहुवन और भारतीय नाग बोलते हैं। फिर उसको सुरक्षित तरीके से किचन के बाहर निकाला और डिब्बे में बंद किया गया। तब जाकर सभी ने राहत भरी सास ली और जितेन्द्र सारथी का धन्यवाद ज्ञापित किया और फिर जंगल में छोड़ दिया। इसके साथ ही, जितेन्द्र सारथी ने सभी आमजनों को अपील की और कहा रात में संभाल कर रहने की बात कही हैं। रात में किसी भी समय सांप घुस जानें की सूचना प्राप्त होते ही हम मदद के लिए पहुंच जाते हैं। हमे आप किसी भी समय फोन से जानकारी दे सकते हैं।
इस संबंध में हिमांशु पटेल ने बताया कि, मैं इतना डर गया हूं की किचन में घुसने का हिम्मत नहीं हो रहा हैं। अब ऐसा लग रहा मौत के मुंह से वापस आया हूं। उसकी आवाज़ सुन कर हाथ पैर अभी तक काप रहा हैं।