कोरबा. जिले में पिछले साल जून माह में 13 वर्षीय एक नाबालिक सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई थी, जिसने हाल में बच्चे के जन्म दिया है। दुष्कर्म मामले में तीन आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका हैं, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। लंबे समय बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर अब तक पुलिस मुख्य आरोपी तक क्यों नहीं पहुंच पाई है।
पुलिस के मुताबिक 13 वर्षीय लड़की ने अपने परिवार के सदस्यों को अपनी आपबीती नहीं बताई थी और बच्चे के जन्म से वे चौंक गए और पुलिस में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना पिछले साल 22 जून को हुई थी। मुख्य आरोपी तीन साथियों के साथ लड़की को अपने साथ तब ले गया था, जब वह घर पर अकेली थी। उन्होंने बताया कि आरोपी लोग लड़की को सुनसान जगह पर ले गए और सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद धमकी दी कि अगर वह किसी को इस बारे में बताएगी तो नतीजे भुगतने पड़ेंगे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता को प्रसव पीड़ा हुई और उसने 26 जनवरी को अपने घर पर ही बच्चे को जन्म दिया। बताया कि इसके बाद परिवार के सदस्यों ने पुलिस से संपर्क किया और भारतीय दंड संहिता की धारा- 363 (अपहरण), धारा- 376(दुष्कर्म), 376(डी) (सामूहिक दुष्कर्म), धारा-506 बी (आपराधिक धमकी) और पॉक्सो अधिनियम की धारा-6 के तहत शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से दो की उम्र क्रमश: 21 और 22 साल है, लेकिन नाबालिग लड़के की उम्र की जानकारी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि नाबालिग लड़के सहित तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है और शनिवार को अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया। मुख्य आरोपी अब भी फरार है जिसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।