छत्तीसगढ़ के कवर्धा में घर आए दामाद की ससुरालियों ने जमकर पिटाई कर दी। उसके शरीर पर मिर्च पाउडर मल दिया और उसे लात-घूंसों से पीटा। युवक की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने बेटी के इलाज के लिए पत्नी को 9 हजार रुपए दिए थे। जिसे मांगने पर पत्नी ने इनकार कर दिया। इस पर पति ने उसे साथ चलने को कहा था। इस बात से भड़के आरोपियों ने कहा कि तीजा पर ले जाने की बात करता है और पीटना शुरू कर दिया। मामला पंडरिया थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, मरियाटोला, बोड़ला निवासी देवानंद लहरे (22) की पत्नी फुलमनी बेटी लिशा के साथ तीजा मनाने के लिए अपने मायके दलपुरवा गांव आई थी। यहां अचानक बेटी लिशा की तबीयत खराब हो गई। इस पर फुलमनी ने 6 सितंबर को पति देवानंद को कॉल किया और मायके बुलाया। इस पर देवांनद रात को ही ससुराल पहुंच गया। साथ ही बेटी के इलाज के लिए लाए 9 हजार रुपए पत्नी के पास रखवा दिए।
अगले दिन सुबह बेटी को अस्पताल ले जाने के लिए उसने पत्नी से रुपए मांगे तो उसने देने से इनकार कर दिया। इस पर देवानंद ने कहा कि बच्ची के उपचार के लिए रुपए हैं, उसे वापस नहीं कर रही हो। अगर ऐसा है तो साथ में अस्पताल चलो। फुलमनी साथ जाने के लिए तैयार हो गई। आरोप है कि ससुर छगन खांडे नाराज हो गया और कहा कि तीजा में बेटी को ले जा रहे हो। हम लोगों को चोर समझते हो। इसके बाद गालियां देनी शुरू कर दी।
ससुर को गालियां देते देख देवानंद ने विरोध किया तो आरोप है कि परिवार के अन्य सदस्यों मोहन खांडे, लल्लू, केवरा बाई और भोंदा बाई ने उसे पकड़ कर जमीन पर पटक दिया। इसके बाद शरीर पर मिर्च पाउडर मल दिया और लात-घूंसों से जमकर पीटा। इस दौरान फुलमनी वहीं खड़े-खड़े तमाशा देखती रही। शोर सुनकर देवानंद की सास पहुंची और बीच बचाव किया। इसके बाद देवानंद ने अपने परिजनों को सूचना दी और थाने जाकर FIR दर्ज कराई।