कवर्धा। भोरमदेव शक्कर कारखाना प्रबंधक की समस्या बढ़ गई है। एक तरफ कर्मचारी हड़ताल पर है तो दूसरी ओर गन्ना किसानों ने कारखाने के समाने सड़क के बीच गन्ने से भरे ट्रैक्टर खड़े कर चक्काजाम कर दिया है। किसानों की मांग है कि कारखाने में गन्ना किसानों का लोडेड ट्रैक्टर जल्द से जल्द खाली कराया जाए ताकि उन्हें किराए के ट्रैक्टर का अतरिक्त भाड़ा ना देना पड़े।
राम्हेपुर स्थित भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना में काम करने वाले नियमित अधिकारी-कर्मचारी चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे कारखाने का ज्यादातर काम प्रभावित हो गया है। कारखाने में गन्ने की अनलोडिंग काफी धीमी गति से होने से गन्ना किसानों के ट्रैक्टर की लंबी लाइन लग गई है। साथ ही किसानों को भाड़ा भी ज्यादा देना पड़ रहा है। इसी से नाराज किसानों ने नेशनल हाइवे 30 पर चक्का जाम कर दिया और विरोध प्रदर्शन करने लगे। चक्काजाम से सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई है। पुलिस मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने की कोशिश कर रही है। लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं है और सड़क पर ही बैठ गए हैं।
भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने के नियमित अधिकारी कर्मचारियों ने साल 2020 में 56 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ता की थी। जिसके बाद प्रशासन ने 20 प्रतिशत भत्ता बढ़ाने के बाद उनकी मांग जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया था। लेकिन दो साल बाद भी बकाय भत्ता नहीं मिलने के बाद कर्मचारी अब एक बार फिर हड़ताल पर बैठ गए हैं। जिससे कारखाने का काम प्रभावित हो रहा है। इसी वजह से गन्ना किसानों में भी नाराजगी है।
कारखाने के एमडी भूपेंद्र ठाकुर ने बताया कि ‘कारखाना के अधिकारी-कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से काम धीमी गति से चल रहा है। जिससे किसान नाराज है। कर्मचारियों की मांगों की जानकारी शासन स्तर पर भेजी गई है। ऊपर से जैसा आदेश आएगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर पुलिस और प्रशासन की टीम चक्काजाम करने वाले किसानों से बात कर उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है।