नई दिल्ली : कोरोना वायरस टेस्ट से पहले शुरुआती लक्षणों से ही संक्रमित व्यक्ति की पहचान की जाती है। प्रमुख लक्षण बुखार, खांसी, जुकाम, गले में खरास बताए गए हैं। अब तक इन्हीं लक्षणों के आधार पर संक्रमित लोगों की पुष्टि की गई है लेकिन अब कोरोना का एक और लक्षण सामने आ रहा है। किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर टिम स्पेक्टर ने ‘कोरोना टंग’ को भी कोरोना के लक्षणों में शामिल करने की मांग की है।
जीभ में घाव, सूजन और मुंह का अल्सर
स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन और रोगों के लक्षण व दवा के बारे में रिसर्च व नियम तय करने वाली संस्था (NHS) से प्रोफेसर टिम स्पेक्टर ने कहा है कि ‘कोरोना टंग’ को कोरोना वायरस का आधिकारिक लक्षण घोषित किया जाए। ऐसा न होने पर अनजाने में कोरोना संक्रमित व्यक्ति को समय रहते उपचार नहीं मिल पाएगा और संक्रमित तेजी से फैलता रहेगा। किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर टिम स्पेक्टर का दावा है कि संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के बीच जीभ में घाव, सूजन और मुंह का अल्सर जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं।
अभी सिर्फ तीन लक्षण ही घोषित
इस लक्षण का ऑप्शन कोविड सिम्टम्स ट्रैकर ऐप में न होने की वजह से संक्रमित व्यक्ति अपनी जानकारी चाह कर भी सरकार तक नहीं पहुंचा सकता। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक प्रोफेसर स्पेक्टर ने चेतावनी दी है कि 20 प्रतिशत संक्रमित लोग अनदेखी के कारण उचित समय पर बिना इलाज के रह सकते हैं, यह संक्रमण को तेजी से फैलाने का बड़ा कारण बन सकता है। NHS वर्तमान में केवल संक्रमण के तीन लक्षणों को ही मानता है- बुखार, लगातार खांसी और गंध या स्वाद का जाना यानी कि इन लक्षणों वाले व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में इन्हीं लोगों को आइसोलेट किया जाएगा और टेस्ट कराया जाएगा।
एंटीबायोटिक्स या अस्थमा इन्हेलर का असर?
जबकि अमेरिका में रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) 11 प्राथमिक लक्षणों की चेतावनी देता है जिसमें- थकान, शरीर में दर्द, सिरदर्द, गले में खराश और सांस की तकलीफ शामिल है। प्रोफेसर स्पेक्टर का दावा है कि ‘कोविड संक्रमित पांच लोगों में से एक व्यक्ति में अन्य लक्षण सामने आ रहे हैं। ये लक्षण सूची में शामिल नहीं किए गए हैं। कोविड टंग और मुंह के छालों की बढ़ती संख्या के अलावा सिर्फ सिरदर्द और थकान वाले रोगी भी सामने आ रहे हैं। हालांकि, ब्रिटिश डेंटल एसोसिएशन के प्रवक्ता प्रोफेसर डेमियन वाल्स्ले के अनुसार, छाले सहित अन्य संक्रमणों के कारण जीभ पर लाल और सफेद पैच हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘सफेद पैच आमतौर पर बढ़ जाते हैं, जिससे लाल रंग के पैच हो जाते हैं। यह उन लोगों में भी हो सकता है जो एंटीबायोटिक्स ले रहे हैं, या अस्थमा इन्हेलर का उपयोग कर रहे हैं।’
बता दें, किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर स्पेक्टर और शोधकर्ताओं ने एक सिम्टम्स ट्रैकिंग ऐप बनाया है, जिसके जरिए ब्रिटेन के लाखों लोग अपने लक्षणों की रिपोर्ट कर रहे हैं। इस ऐप के जरिए लक्षणों की एक सूची तैयार की गई है। जो इस प्रकार है-
1. लॉस ऑफ स्मेल/टेस्ट
2. लगातार खांसी
3. थकान
4. भूख कम लगना
5. स्किन पर चकत्ते
6. पित्ती
7. बुखार
8. मांसपेशियों में तेज दर्द
9. सांस की तकलीफ
10. दस्त
11. बेहोशी
12. पेट दर्द
13. सीने में दर्द
14. खरास
15. आंखों में दर्द
16. गले में दर्द
17. मतली या उल्टी
18. सिरदर्द
19. चक्कर आना या कम दिखना