स्कूली बच्चों से लेकर गांव के ग्रामीणो तक लाल पानी बना रहा बिमारी का कारण
कोरिया (सोनहत से राजन पाण्डेय)
विकासखण्ड सोनहत के ग्रामवासी नलकूप से निकलने वाले लाल एवं फलोराईडयुक्त पानी पीने के लिए मजबूर हो चुके है। वहीं शासन के द्वारा लगाया गया आयरन रिमूवल प्लांट महज शो पीस बन कर रह गया है। आलम है की प्रषासनिक अनदेखी की वजह से ग्रामीणों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। हालत है की खण्ड स्तर पर विभिन्न ग्रामों में प्रषासन स्तर से ग्रामीण परिवारों को अच्छी पेयजल सुविधा प्रदान कराने लगाऐ गये नलकूपों का हाल बेहाल नजर आने लगा है। खण्ड स्तर के 32 पंचायतों में स्थापित लगभग 1800 नलकूपों में गिनती के नलकूप को छोडकर लगभग अधिकांष नलकूपों में निकलने वाला वाला लाल पानी आदिवासी गरीब परिवारों से लेकर अन्य ग्रामीणों को पीना मजबूरी बन गया है। हालत है कि पेयजल सुविधा प्रदान कराने संचालित विभाग द्वारा भले ही अच्छे पेयजल ग्रामीण क्षेत्र में प्रदान कराने प्रयासरत है परन्तु नलकूपों से निकल रहे हर पेयजल को लेकर ग्रामीण वर्ग परेषान होने लगे है।
फिल्टर लगाने करोडो खर्च: परिणाम सिफर
खण्ड स्तर पर पी एच ई विभाग द्वारा ग्रामीण परिवारों को स्वस्थ्य पेयजल प्रदान कराने संचालित नलकूपों में विगत वर्ष भले ही करोडो खर्च कर आयरन रिमूवल प्लांट लगाऐ गये थे। परन्तु वर्तमान में ये फिल्टर एवं अन्य शोधन संयत्र केवल शोपीस बनकर नलकूपों के पास कचरे के शक्ल में नजर आने लगे है। मिली जानकारी के अनुसार वनांचल ग्राम रामगढ, ,सिंघोर, अकलासरई, सोनहत कैलासपुर से लेंकर अन्य विभिन्न ग्रामो ंमें सैकड़ों की संख्या में लगे फिल्टर सिस्टम नलकूप के पास कचरे के रूप में अनुपयोगी नजर आ रहे है साथ ही कई नलकूपों में लगाया गया फिल्टर प्लांट आज तक नलकूप से जुड़ ही नही सका है।। मुख्यालय स्तर पर समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक शाला कैलासपुर में लगा फिल्टर सिस्टम के अतिरिक्त बड़े बड़े तीन फिल्टर के सेट गिरे पडे़ हालत में स्वमेव विभागीय कार्यकुषलता को बयान करते नजर आ रहे है।
सड़े गले पुराने पाईप
खण्ड स्तर पर संचालित विभिन्न ग्रामों के नलकूपों में लम्बे समय से लगे नलकूप के पाईप से जंग लगे पानी के निकलना समस्या बन गया है। हालत है कि अधिकांष नलकूपों में समय समय पर पाईप आदि के बदलाव नही होने से बोर में पडे पाईप जंग के साथ काला पानी बाहर निकाल रहे है।
व्यवस्था सुधार की मांग
खण्ड स्तर पर विभिन्न ग्रामों में स्थापित नलकूपों में आगामी गर्मी के मौसम में निरापद पेयजल प्रदान कराने उचित रखरखाव किऐ जाने की मांग क्षेत्रीए ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से किया है। जारी मांग में बोडार, अमहर, रामगढ , बेलिया, के अलावा अन्य ग्राम के ग्रामीणों ने कहा कि सुखे की स्थिती से कुओं आदि में पेयजल की कमी से नलकूप से पेयजल सुविधा प्रदान कराने नलकूपों का उचित सुधार समय रहते आवष्यक प्रतीत हो रहा है।
रजौली में पेयजल संकट गहराया
विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रजौली में विगत कई दिनों से विभिन्न वार्ड में लगे नलकूप के खराब होने से ग्रामीणों को पेयजल हेतु परेषान होना पड रहा है। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया ग्राम के बडका पारा, खजूरपारा, के अलावा पण्डो बस्ती में लगे नलकूप के खराब होने से आसपास रहवासीयों को कडाके की ठण्ड में पेयजल हेतु दूर दराज जाना पड रहा है। हालत है कि ग्राम स्तर पर नलजल योजना भी लम्बे समय से खराब होने से ग्रामीणों को प्रषासन स्तर से व्यय राषि का लाभ नही मिल पाने से ग्रामीण हताष हो गये है। स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रषासन से ग्राम स्तर पर बदहाल पेयजल समस्या के सुधार हेतु उचित पहल किऐ जाने मांग किया है। उक्त संबंध में ग्राम पंचायत के सरपंच बसंती बाई ने बताया कि ग्राम के लगभग 5 नलकूप खराब होने से पेयजल हेतु वार्डवासी परेषान होने लगे है।
क्या कहते है लोग
विरेन्द्र साहू ग्रामीण सोनहत ..विभाग द्वारा लगाए गए आयरन रिमूवल प्लांट महज दिखावा बन कर रह गए है अधिकांश प्लांट तो नलकूप से जुड़े ही नही है। विभाग को खंड स्तर पर लाल पानी की समस्या से निजात दिलाने ठोस कदम उठाना होगा।