अम्बिकापुर
मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में बिन ब्याही मां के द्वारा बच्चे को जन्म के बाद अस्पताल में छोड़कर चुपचाप भाग निकलने के मामले में मणीपुर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत ग्राम पतीला कांडी की बीस वर्षीय युवती को उसके प्रेमी सहित पांच लोगों के विरूद्घ अपराध दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है
इधर अस्पताल में डिलेव्हरी के लिए लाई गई युवती के साथ पहुंची मां व कथित पति व पिता ने एक साथ होकर अपना नाम गलत दर्ज कराया था। इसका खुलासा अस्पताल में भर्ती प्रसूता द्वारा बच्चे को जन्म देने के बाद परिजनों के गायब होने के बाद हुआ। पुलिस ने बच्चे को छोड़कर गई प्रसूता और उसके परिजनों की पहचान डिलेवरी कराने वाले चिकित्सक से कराई।
पुलिस ने जाँच के दौरान पाया की मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 16 मार्च 2016 को पूजा सिंह पति अरूण सिंह 20 वर्ष निवासी स्टेशन रोड बिश्रामपुर के नाम पर युवती को प्रसूती के लिए भर्ती कराया गया था। इसी दिन युवती की डिलेवरी महिला चिकित्सक डॉ मंजू रानी एक्का ने कराया और स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ बच्ची के जन्म लेने के बाद प्रसूता के साथ पहुंची मां युवती के कथा कथित पति और पिता बिना किसी को जानकारी दिए भाग निकले थे। इन्होंने नवजात बच्ची को अस्पताल के बेड में ही छोड़ दिया था बच्ची को एसएनसीयू वार्ड में शिफ्ट करके नोडल अधिकारी ने मणीपुर पुलिस को नवजात को जन्म देने के बाद परिजनों के द्वारा छोड़ देने की जानकारी दी थी पुलिस उक्त परिवार के द्वारा बताए गए मोबाईल नंबर और बिश्रामपुर स्टेशन रोड के पता को आधार बनाकर विवेचना कार्रवाई। पुलिस जब जाँच में जुटी तो पता चला कि अस्पताल में प्रसूता के नाम के साथ एक जगह पिता का नाम दिनेश सिंह दूसरे जगह पति अरूण जय सिंह उल्लेख किया गया है। पुलिस ने मोबाईल नंबर के नामों से संपर्क करना शुरू किया तो पता चला कि प्रसूता गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पतीला की रहने वाली है।
बहरहाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में दो दिन तक बच्ची को रखने के बाद उसे ऐसे बच्चों का लालन.पालन करने वाली मातृछाया संस्था के हवाले कर दिया गया था। बच्ची का कई बार अस्पताल में उपचार भी चला बच्ची जब तीन माह से ऊपर की हो गई तो उसे गोद लेने एक परिवार ने दिलचस्पी दिखाई है। आज बच्ची की किलकारी गोद लिए परिवार के घर में गूंज रही है। वहीं मासूम को मातृत्व की छांव मिल चुकी है।
और माँ की ममता को कलंकित करने वाले लोग सलाखों के पीछे है। मामले के कुल 5 आरोपियों में से चार पुलिस गिरफ्त में है वही 1 आरोपी अब भी फरार है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।