रायपुर. छत्तीसगढ़ राज्य में दीपावली त्यौहार के पश्चात गोवर्धन पूजा की मान्यता तथा परम्परा है. राज्य सरकार की महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के अंतर्गत निर्मित गौठानों में गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाया जाएगा. राज्य सरकार के कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सुराजी गांव योजना के तहत गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाए जाने के संबंध में प्रदेश के सभी कलेक्टरों और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
जारी निर्देश के अनुसार सुराजी गांव योजना के तहत चयनित गांवों में गौठान निर्मित किए गए हैं, जहां गौवंश प्रतिदिन आते है. गोवर्धन पूजा के दिन उन गौठानों में गौठान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय राज्य शासन द्वारा लिया गया है. कार्यक्रम में परम्परागत पूजा-अर्जना के अतिरिक्त गौठान दिवस के पूर्व गौठान समिति का गठन और गौठान समिति को औपचारिक रूप से कार्यभार गौठान दिवस में दिया जाएगा.
गौठान समिति के बैंकों में तत्काल खाता खुलवाने को कहा गया है ताकि नवम्बर माह से इन खातों में आबंटन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू हो सके. जिलों के सभी गौठान सेवा समिति के सदस्यों के नाम और खातों की जानकारी 10 नवम्बर तक संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को देने के निर्देश दिए गए है. यदि नवीन गौठान के लिए चयनित और स्वीकृत भूमि हो तो उनका भूमि पूजन पंचायत एवं ग्राम के समक्ष गौठान दिवस पर कराया जाएगा.
महिला स्व-सहायता समूहों को जो गौठान में विविध कार्य करते हैं और जो भविष्य में गौठान सेवा समिति के साथ गौठान कार्य का संपादन करेंगे, इन सभी स्व-सहायता समूहों की सहभागिता भी गौठान दिवस के कार्यक्रम में सुनिश्चित करने को कहा गया है. गौठान दिवस के कार्यक्रम हेतु समय और रूपरेखा आदि स्थानीय स्तर पर तय किया जाएगा.