अनिल उपाध्याय, सीतापुर। कोरोना संकट काल के इस दौर में नगर की सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। साफ-सफाई के अभाव में जगह जगह कचरों का अंबार लगने लगा है। स्वच्छता अभियान के प्रति नगर पंचायत की लापरवाही से पूरा शहर दूषित होता जा रहा है। अधिकारियों की लापरवाही ने स्वस्थ नगर-स्वच्छ नगर का दामन दागदार कर दिया है।
नगर के रख रखाव एवं साफ सफाई में बरती जा लापरवाही से नगरवासियों में नगर पंचायत के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है, उन्होंने नगर की इस बदहाली के लिये अधिकारियों को दोषी ठहराते हुये नगर में सफाई व्यवस्था बहाल कराने की माँग की है।
गौरतलब है कि विगत काफी दिनों से नगर की सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। साफ सफाई के अभाव में नगर कचरे के ढेर में तब्दील होने लगा है।जगह जगह पसरती गंदगी से वातावरण दूषित होने के साथ नगर की छवि भी धूमिल हो रही है। कोरोना संकट काल मे संक्रमण पर रोकथाम हेतु तरह तरह के उपाय अपनाये जा रहे है, लेकिन इस विषम परिस्थिति में भी नगर पंचायत कचरे से फैलने वाले संक्रमण को लेकर गंभीर नही है।
ज्ञात हो कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रदेश के कई नगर पंचायतो ने स्वच्छता के मामले में सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित किये है। वही सीतापुर नगर पंचायत इस मामले में सिर्फ कागजो तक सिमट कर रह गई है।