पुलिस आयी और आरोपी के घर चाय पीकर चल गयी : मजदूरो का लाखो ह़डपने का मामला

  • सैकडों आदिवासी मजदूरों का हडप लिया 12 लाख
  • हक के लिए आवाज उठाते बीत गया साल,
  • पुलिस आयी और आरोपी के घर चाय पीकर चल गयी

अम्बिकापुर

दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम बकालों में 2013-14 के दौरान रोजगार गारंटी योजना के तहत सड़क निर्माण व समतलीकरण के कार्य में सैंकडों मजदूरों की मजदूरी की राशि लगभग 12 लाख रूपए का गबन करने वाले रोजगार सहायक व सचिव पर आज तक न तो कोई कार्यवाई हुई और न ही मजदूरों के हक का पैसा उन्हे मिल सका। ग्रामीण आदिवासी मजदूरों ने अपने हक के पैसों के लिए साल भर से दरिमा थानेे सहित कलेक्टर , एसपी व आदिवासी थाने के चक्कर लगा रहे है। अब तो उनकी हिम्मत तक जवाब दे चुकी है।

इधर आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पंहुचकर मजदूरों ने एक और शिकायत दर्ज कराई है। अपनी बूढ़ी पथराई आंखों में आंसू लिये मजदूरों ने एसपी को सौंपे ज्ञापन में यह शिकायत की है कि 9 दिसम्बर 2015 को आदिवासी थाने में शिकायत के आधार पर पुलिस जांच में ग्राम बकालों पहुंची जरूर थी परन्तु वहां ग्राम पंचायत भवन में इकट्ठा हुए सैकडों मजदूरों के पास न आकर पुलिस जिस रोजगार सहायक पर गबन का आरोप है , उसके घर जाकर चाय पीकर वापस चली गयी । ग्रामीण मजदूर डीएसपी साहब के इंतजार में बैठे रहे परन्तु पुलिस बयान एवं जांच के लिए नहीं आयी ।ग्रामीण मजदूर अब सभी ओर से निराश हो चुके है।

ग्राम बकालों के मजदूर ने बताया 2013-14 में गांव में ही रोजगार गारंटी योजना के तहत सड़क निर्माण समतलीकरण का कार्य हुआ था । जिसमें फर्जीं मस्टर रोल के आधार पर रोजगार सहायक सुरेश सोनी व सचिव के द्वारा मजदूरी की 12 लाख राशि निकालकर गबन कर लिया गया था । ग्रामीण मजदूरों ने इसकी शिकायत कलेक्टर, एसपी , सहित दरिमा थाने में की थी । कोई कार्यवाई नहंी होने पर मजदूरों ने आदिवासी थाने में इसकी शिकायत दी थी । 9 दिसम्बर को आदिवासी थाने के डीएसपी ने गांव आकर जांच करने की बात कही थी । उस दिन सैकडो मजदूर पंचायत भवन में जमा होकर पुलिस के इंतजार कर रहे थे । पुलिस गांव में पहुंची जरूर परन्तु सीधे रोजगार सहायक के घर चाय पीकर वापस चली गयी । ग्रामीणों का साथ वहां के सरपंच लालजी लकड़ा व अधिवक्ता धीरेन्द्र शर्मा भी मौजूद थे परन्तु पुलिस उनसे कोई बयान लेने नहीं पहुंची । ग्रामीणों ने आज इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से करते हुए निराश मन से कहा कि अगर अब भी कोई कार्यवाई नहीं होती है तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटायेंगेे। ज्ञापन सौंपते दौरान रजनी , रूपनी , कमला बाई , रजमनियां , मानकुवंेर , कविता , ज्ञानप्रकाश, धनराजोे , नईकी , बुधियारों , मेरी , शंभु , रिता , चांदनी, शिवबालक , बलदेव , राममनि , बिन्देश्वरी , मुनेश्वरी , सुधनी , श्यामपति , कुन्ती , सहित भारी संख्या में मजदूर उपस्थित थे ।