बेमेतरा। कोरोना संक्रमण ने देशभर में कई घर उजाड़े हैं, कई बच्चों को अनाथ किया है, कई पत्नियों को विधवा और कई लोगों के अपनों को चपेट में ले लिया। कोरोना से हो रही मौत के बीच कई बार अंदर तक झकझोर देने वाली दास्तान सामने आती है। ऐसे ही मामलों के बीच एक दुखद प्रेम कहानी सामने आई है। प्रेमी के साथ बलौदाबाजार जिले के तिल्दा नेवरा में रह रही बेमेतरा की पूर्णिमा को जब यह पता चला की उसका प्रेमी कोरोना संक्रमित है, वो ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और तीन दिन पहले खुदकुशी कर ली। प्रेमिका की मौत की खबर मिलने के बाद अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ते- लड़ते प्रेमी ने दुनिया को अलविदा कह दिया। मंगलवार को राजधानी के एक निजी अस्पताल में प्रेमी की मौत हो गई।
37 साल की प्रेमिका पूर्णिमा साहू बेमेतरा जिला के कठिया गांव की रहने वाली थी। लगभग महीने भर पहले उसका पति से विवाद होने के बाद वो अपने 47 साल के प्रेमी सुरेंद्र साहू के साथ तिल्दा नेवरा आ गई थी। जहां वे किराए के मकान में रह रहे थे। इसी बीच 30 मई को सुरेंद्र कोरोना संक्रमित हो गया जिसे तिल्दा नेवरा में उपचार के बाद राजधानी के निजी अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया था। प्रेमी के संक्रमित होने और ICU में भर्ती होने से सदमे में आकर पूर्णिमा ने शुक्रवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। प्रेमिका के मौत के तीन दिनों बाद मंगलवार को इलाज के दौरान प्रेमी की भी मौत हो गई।
नेवरा थाना प्रभारी शरद चंद्रा ने बताया कि कोरोना टेस्ट करावाने की वजह से पूर्णिमा साहू के शव के पोस्टमार्टम में देरी हुई। उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार को पूर्णिमा का अंतिम संस्कार खुरमुडी में किया गया। वहीं अगले दिन प्रेमी सुरेंद्र की मौत के बाद कठिया गांव में उसका अंतिम संस्कार किया गया। बेमेतरा के कठिया गांव में कोरोना संक्रमण से अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है।