छत्तीसगढ़ के सरगुज़ा में किसानों ने हंगामा कर दिया. हालात इस कदर बिगड़े की आक्रोशित किसानों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस बल बुलाना पड़ गया. तब जाकर अफरा-तफरी का माहौल शांत हुआ और किसानों को व्यवस्थित लाइन पर खड़ा किया. दरअसल पूरा मामला खाद्य से जुड़ा हुआ है. जिलेभर के हज़ारों किसान जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में सरकार द्वारा अधिकृत इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड दुकान में खाद्य लेने पहुंचे थे. जहां दुकान के कर्मचारियों द्वारा उन्हें ऋण पुस्तिका लाने को कहा गया. इसी बात से किसान नाराज हो गए. किसानों का आरोप है कि पहले उन्हें कहा गया था कि आधार कार्ड से खाद्य मिल जाएगा. लेकिन अब दुकान संचालक द्वारा ऋण पुस्तिका मांगा जा रहा है. हर दिन किसी न किसी बहाने से गुमराह किया जा रहा है.
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अम्बिकापुर के खरसिया चौक के समीप रायगढ़ रोड एनएच-43 में स्थित इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड दुकान में यूरिया खाद्य लेने पहुंचे हज़ारों किसानों का एक ही कहना था कि अगर उन्हें जल्द से जल्द खाद्य आपूर्ति नहीं कि जाती है. तो उनके फसलों को काफी नुकसान होगा. फ़टाफ़ट न्यूज़ के संवाददाता ने जब किसानों से बात की उन्होंने बताया कि उन्हें आधार कार्ड लेकर बुलाया गया था लेकिन अब दुकान संचालक द्वारा ऋण पुस्तिका मांगा जा रहा है. अगर ऋण पुस्तिका चाहिए था तो पहले बताना.
“किसानों की अनियंत्रित भीड़ की सूचना पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम प्रदीप साहू मौक़े पर पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि खाद्य की कमी है. अभी लगभग 150 बोरी खाद्य उपलब्ध है. जिन्हें 150 किसानों को ही उपलब्ध कराया जा सकता है. जैसे ही खाद्य की अगली रेक आएगी. टोकन कटवाकर बाकी किसानों को खाद्य दिया जाएगा.”
इधर खाद्य की कमी से जूझ रहे किसानों को अपने फसलों की चिंता सताने लगी है. क्योंकि अगर समय पर खाद्य नहीं मिलेगा. तो उनकी फसलें बर्बाद हो जाएगी. किसानों का आरोप है कि सरकारी दुकान में खाद्य की कमी हों गयी है, तो प्राइवेट दुकानों में खाद्य कहाँ से आ रहा है. उन्हें बेवकूफ बनाया जा रहा है. बहरहाल अब देखना होगा कि किसानों को कबतक खाद्य उपलब्ध हो पाता है.