विद्युत नियामक आयोग के सेटअप अनुरूप नही है कर्मचारियों की पदस्थापना… नियमित लाईन कर्मचारियों के अभाव में विद्युत उपभोक्ता परेशान

क्रांति रावत, अम्बिकापुर। विद्युत वितरण केंद्र के अंतर्गत 33/11केव्ही के तीन सबस्टेशन उदयपुर खम्हरिया एवं डाँड़गांव आते हैं। जिसमें 11 केवी फीडर की संख्या उदयपुर में 05, डाँड़गांव में 03 और खम्हरिया में 03 फीडर है। उदयपुर विद्युत वितरण केंद्र के अंतर्गत कुल 59 ग्राम पंचायत हैं, जिसमें 90 गांव शामिल है। सभी गांवों की व्यवस्थाओं को संभालने के लिए मात्र 02 नियमित लाइनमैन है। इनकी सहायता के लिए 10 संविदा कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन दोनों नियमित कर्मचारियों में से एक लाइनमैन की तबीयत खराब होने की वजह से वह कार्य करने में कठिनाइयां महसूस करते हैं। दूसरे नियमित लाइनमैन की मनमानी से उपभोक्ता सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी भी त्रस्त रहते हैं।

बीते 11 दिनों से अधिकारियों के बगैर सूचना के मोबाइल स्विच ऑफ करके कार्य से नदारद हैं। विद्युत वितरण केंद्र के कार्यालय में नियमित क्लर्क तक की पदस्थापना उदयपुर में नहीं है। लखनपुर के जेई को उदयपुर का प्रभारी बनाया गया है। संविदाकर्मी लाईन मेन से कार्य के लिए बोलने पर उनके द्वारा बताया जाता है कि उच्चाधिकारियों के गाइड लाइन के अनुसार पोल पर चढ़कर कार्य नहीं करना है।

एक साथ कई लाइनों में फाल्ट हो जाने पर लाइन को पुनः चालू करने में काफी समय लग जाता है, क्योंकि हर जगह नियमित कर्मचारियों को ही पोल पर चढ़कर कार्य करना होता है। नियमित कर्मचारियों के अभाव में लाइन चालू करने में कई जगहों पर दो से चार दिन तक का समय लग जाता है। प्रभारी जेई एसके गुप्ता द्वारा सकारात्मक पहल किये जाने से संविदाकर्मी कुछ हद तक बिजली से सम्बंधित समस्याओं का निराकरण कर पाते है। लेकिन नियमित विद्युतकर्मी की लापरवाही एवं अभाव के कारण उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

आम जनता में विद्युत सप्लाई की निरंतरता नही होने से इसको लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है। विद्युत नियामक आयोग के अनुसार विद्युत आपूर्ति निष्पादन संबंधी कई मानक तय किए गए हैं, जो नियमित स्टाफ की कमी के कारण विद्युत आपूर्ति से संबंधित उपभोक्ता सेवा जैसे कार्यों को करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों ने नियमित विद्युतकर्मियों की पदस्थापना की मांग की है।

इस बारे में प्रभारी जेई एसके गुप्ता से बात करने पर उन्होंने बताया कि विद्युत नियामक आयोग के सेटअप के हिसाब से कुल 22 नियमित विद्युत कर्मियों की पदस्थापना होनी है, लेकिन अभी मात्र 02 नियमित विद्युतकर्मी पदस्थ हैं। अधिकारियों के बगैर सूचना के एवं मोबाइल स्विच ऑफ किए जाने को लेकर एक विद्युतकर्मी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उदयपुर विद्युत वितरण केंद्र में व्याप्त समस्याओं के बारे में उच्चाधिकारियों को लिखित सूचना दी गई है जल्द ही समस्या के समाधान होने का उम्मीद है।

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