दुर्ग-भिलाई / भिलाई पुलिस ने खुलेआम गुंडागर्दी करके सरकारी गवाह को धमकाने वाले छह आरोपियों का सड़क पर जुलूस निकाल दिया। इन गुंडों को केंद्रीय जेल दुर्ग में बंद निगरानी बदमाश अमित जोश ने भेजा था। आरोपियों ने सरकारी गवाह बन चुके गौतम चौहान के घर जाकर फिल्मी अंदाज में पहले पैसों का लालच दिया। जब गौतम नहीं माना तो जबरदस्ती एक एफिडेविट पर उससे साइन करवाने लगे। जब उसने साइन नहीं किए तो गुंडों ने उसे बुरी तरह पीटा और गवाही देने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद खुर्सीपार थाने में शिकायत की गई थी।
खुर्सीपार टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि उनके थाना क्षेत्र का एक निगरानी बदमाश अमित जोश एक मामले में केंद्रीय जेल दुर्ग में बंद है। उस मामले में प्रार्थी गौतम चौहान शासन की तरफ से गवाह है। मंगलवार को आरोपी मोहम्मद युसुफ, अकरम अली, डी अजय, विजय दलाई उर्फ सोनू, रोहित वर्मा और अतिनेश सिंह उसके घर पहुंच गए। उन्होंने सबसे पहले गौतम से उस केस को लेकर बात की। इसके बाद उसे पैसों का लालच दिया और अगली सुनवाई में गवाही न देने की बात कही। जब गौतम ने उनकी बात मानने मना कर दिया तो उन्होंने रंगदारी दिखाते हुए लिखित एफिडेविट उससे साइन करने को कहा। जब गौतम ने ऐसा कुछ करने इनकार कर दिया तो उन लोगों ने गौतम के घर में ही उसे बूरी तरह पीटा और गवाही देने पर जान से मारने की धमकी दी। शिकायत मिलते पुलिस ने मामले को जांच में लिया। एक टीम को भेजकर सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया और उसके बाद उनका जुलूस निकाला गया।
खुर्सीपार पुलिस की माने तो आरोपी ऐसा करके लोगों के बीच अपनी दहशत कायम करना चाह रहे थे। लोगों में उनका डर न बैठे और पुलिस को वह ऐसी अनहोनी घटनाओं की जानकारी दें इसके लिए पुलिस ने उन सभी आरोपियों का रोड में पैदल मार्च निकाला।