रायपुर. प्रदेश के राजस्व आपदा प्रबंधन एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने आज दूरदर्शन रायपुर के ‘आप की बातें’ कार्यक्रम के लाईव कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 से बचाव और आपदा प्रबंधन के संबंध में बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल मागदर्शन एवं निर्देशन में छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव और नियंत्रण के लिए किए गए कारगार प्रयासों से ही राज्य में स्थिति नियंत्रित है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना के बचाव और नियंत्रण के लिए देश में सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत ने विधानसभा की कार्यवाही स्थगित की. राज्य में पूरी सतर्कता और सजगता से राज्य शासन ने जनस्वास्थ्य और लाॅकडाउन में प्रभावित लोगों को राहत पहुचाने के लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए हैं.
राजस्व मंत्री अग्रवाल ने बताया कि नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 के बचाव एवं प्रभावितों के इलाज इत्यादि के लिए राज्य आपदा मोचन निधि एवं SECL (10 करोड़) से 75 करोड़ रूपए की राशि स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करा दी गई है. उन्होंने बताया कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि लाॅकडाउन के कारण प्रभावित बेघर व्यक्तियों एवं प्रवासी श्रमिकों को अस्थायी शिविर में रखकर उन्हें भोजन, शुद्ध पेयजल और चिकित्सा सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराया जाए.
मंत्री अग्रवाल ने चर्चा में बताया कि राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को राहत शिविरों पर होने वाले व्यय के लिए 25-25 लाख रूपए अग्रिम आहरण करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य शासन ने 466 अस्थायी राहत शिविर संचालित किए जा रहे हैं. राहत कार्य विभिन्न अशासकीय संस्थाएं भी सहयोग कर रही है.
कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु देश व्यापी लाॅकडाउन के बाद पंजीयन विभाग के समस्त पंजीयन कार्यालयों को बंद किया गया है. आगामी दिनों में केन्द्र शासन की गाईड लाईन के अनुसर कार्यवाही की जाएगी. राजस्व मंत्री दूरदर्शन के कार्यक्रम ’आप की बातें’ के लाईव प्रसारण में विभिन्न श्रोताओं के साथ सवाल जवाब किए.
कार्यक्रम के दौरान फ़ोन के माध्यम से दर्शको ने मंत्री से कई महत्वपूर्ण सवाल भी किये गुजरात के सूरत में फसे एक मजदूर मनीष का सवाल था की गुजरात में उन लोगो को शासन द्वारा भोजन की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. इसपर सरकार से सहयोग करने की बात कही जिसपर मंत्री ने उनको अपने जवाब में आश्वाशन दिया जहा हैं. वही सावधानी पूर्वक रहने की बात कही.
कार्यक्रम के पश्चात मंत्री ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुये अधिकारियों को सूचित किया एवं गुजरात में फसे मजदूरो के बेहतरी हेतु निर्देश दिये, उनके रुकने व भोजन व्यवस्था को सुनिश्चित करने कहा.