अम्बिकापुर. रतनजोत रोपणी में करोड़ो के फर्ज़ीवाड़े के आरोप में गिरफ़्तार कृषि विभाग के दो अधिकारियों की जमानत याचिका ख़ारिज हो गई है. गौरतलब है कि जिले की लुंड्रा पुलिस ने दो दिन पहले दोनों अधिकारियों को रायपुर से गिरफ़्तार किया था. इनमे से एक आरोपी पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का ओएसडी भी रह चुका है.
दोनो अधिकारियों के ऊपर 2009 में रतनजोत रोपणी में एक करोड़ 12 लाख रुपये की हेराफेरी करने आए आरोप है. वहीं इस मामले का एक अन्य आरोपी कृषि अधिकारी आरआर सिंह अभी भी फ़रार है. जिसको जल्द गिरफ़्तार करने का पुलिस दावा कर रही है.
इस मामले की सुनवाई करते हुए शुक्रवार को जिला अपर एंव सत्र न्यायाधीश ने दोनो आरोपी पूर्व कृषि मंत्री के ओएसडी आरके कश्यप और आरपी सिंह की जमानत याचिका खारिज कर दी है. बता दें कि 2009 में आवेदक शोभनाथ भगत के आवेदन पर न्यायालय के आदेश के बाद लुंड्रा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. शोभनाथ भगत की ओर से अधिवक्ता डीके सोनी ने आवेदन किया था. जिसपर जमानत याचिका खारिज हुई.