अम्बिकापुर – इस वर्ष बोर्ड एग्जाम में जहां सरगुजा का परीक्षा फल निराशाजनक रहा जिसके बाद परीक्षा फल से नाखुस सरगुजा कलेक्टर ने गर्मियों में भी कक्षाए संचालित करने के निर्देश दिए है.. तो वही ठीक इसके विपरीत जिले में संचालित इस संस्था ने लगातार तीसरे वर्ष शत प्रतिशत परिणाम लाकर सरगुजा के छात्रो की प्रतिभा पर उठ रहे सावाल का अजवाब दे दिया है..
गरीब परिवारों के प्रतिभावान विद्यार्थियों की ऊंची उड़ान को पंख देने की मंशा से शुरू किए गए श्री आचार्य निःशुल्क अध्यापन संस्थान ने लगातार तीसरे वर्ष शत-प्रतिशत परिणाम लाकर एक नया कीर्तिमान रच दिया है। शहर के विषय विशेषज्ञों के सहयोग से कक्षा 10वीं से 12वीं तक के गणित, विज्ञान व वाणिज्य संकाय के छात्रों को गुणवत्तायुक्त निःशुल्क कोचिंग उपलब्ध करवाकर संस्थान ने बच्चों के परीक्षा परिणाम को और बेहतर बनाने में पूरा सहयोग प्रदान किया है। बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाकर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उन्हें तैयार करने के इस सेवाभावी पहल की लोगों ने सराहना की है।
पिछड़े व आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभावान विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन व दिशा देने के उद्देश्य से समन्वयक पीयूषकुमार त्रिपाठी द्वारा अनुराग सिंह देव की अध्यक्षता में 15 सदस्यों की टीम के साथ इस निःशुल्क संस्थान की शुरुवात की गई। संस्थान की कक्षाएं देवीगंज स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में शाम 05ः30 से 08ः30 तक लगाई जाती हैं। लगातार तीसरे वर्ष उत्कृष्ठ परीक्षा परिणाम लाकर संस्थान ने आपनी सार्थकता सिद्ध की है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार तथा प्रतिभावान विपन्न छात्रों को समकक्ष खड़ा करने के उद्देश्य से गठित श्री आचार्य निःशुल्क अध्यापन संस्थान अपने प्रारंभिक सत्र से ही अप्रत्याशित सफलता प्राप्त करते आ रहा है, जो अनवरत जारी है।
शहर के जाने-माने कुशल अध्यापकों की टीम के साथ छात्रों में क्षमता विकास करते हुए चमत्कारिक सफलता प्राप्त की है, 100 प्रतिशत परिणाम से भी अधिक महत्त्वपूर्ण 91 प्रतिशत छात्रों का प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होना है, जो संस्थान के साथ ही साथ आमजन में भी सुखानुभूति का संचार करता है।
जहां कक्षा 10वीं में गौरी नागेश ने सर्वाधिक 90 प्रतिशत, शकिबा परवीन ने 88 प्रतिशत, अमन कुमार ठाकुर ने 87 प्रतिशत, धूपवती पैकरा ने 85 प्रतिशत, स्वेच्छा अग्रवाल ने 84 प्रतिशत तथा गीतांजली सिंह व निशा सिंह ने 81 प्रतिशत अंक प्राप्त किया वहीँ कक्षा दसवीं में सस्थान के 95 प्रतिशत छात्र प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। कक्षा 12वीं में सर्वाधिक 82 प्रतिशत सुष्मिता तिवारी ने प्राप्त किए, सुरेन्द्र सिंह ने 78 प्रतिशत, पूनम चावड़ा ने 77 प्रतिशत तथा रौशन ठाकुर ने 74 प्रतिशत अंक अर्जित किए, किन्तु ये सभी छात्र परिणाम से असन्तुष्ट नजर आए और पुनर्मूल्यांकन हेतु आवेदन किया है।
संस्थान के समन्वयक पीयूषकुमार त्रिपाठी ने बताया कि समाज के पिछड़े व आर्थिक रूप से अक्षम किन्तु प्रतिभावान छात्रों के लिए कुछ करने के उद्देश्य को लेकर अनुराग सिंह देव की अगुवाई में 15 सदस्यों को साथ लेकर अध्यापन संस्थान की जो नींव डाली गई थी, वह एक पौधे के रूप में पल्लवित होकर तेजी से वृक्ष बनने की दिशा में अग्रसर है, जो सभी के सहयोग से एक विशाल वटवृक्ष का रूप धारण करेगा।
ऐसे छात्र जो धन के अभाव में बेहतर शिक्षा से दूर होने पर विवश हैं, जिनके पास सीखने की जिज्ञासा तो है किन्तु उचित मार्गदर्शन के अभाव में आर्थिक संकट के आड़े आ जाने से वे अपनी शैक्षिक व बौद्धिक क्षमता को उजागर करने में स्वयं को असमर्थ पाते हैं, उनकी क्षमता को विकसित कर उन्हें प्रगति-पथ पर अग्रसर करना ही हमारी संस्था का मूल उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि संस्थान में अनुभव के साथ युवा ऊर्जा का समन्वय भी बहुत हद तक इस सफलता का कारण रहा है। शहर के नामी विषय विशेषज्ञ शिक्षक रामेन्द्र सिन्हा, शैलेन्द्र सिंह सेंगर, शिरीष नंदे, हेमंत यादव तथा श्रीमती रानी मिश्र जैसे अनुभवी शिक्षकों व संस्थान की सह-समन्वयक एकता सिरीकर, नेहा तिवारी, शरद यादव, सीमा त्रिपाठी, मोहम्मद माजिद और रवि कुजूर सहित सभी युवा शिक्षकों के समन्वय ने संस्थान के छात्रों में नवीन ऊर्जा का संचार किया। इस बेहतर समन्वय वाले शिक्षको के मार्गदर्शन में संस्था के छात्रों ने ण केवल विषय शिक्षा प्राप्त की अपितु प्रतियोगी परीक्षाओं की तयारी के साथ साथ स्किल डेवलपमेंट पर विशेष जोर दिया गया।
अध्यापन संस्थान के अध्यक्ष अनुराग सिंह देव ने इस ऐतिहासिक व प्रेरक सफलता का श्रेय श्री आचार्य निःशुल्क अध्यापन संस्थान की पूरी टीम को देते हुए बच्चों के उत्कृष्ठ प्रदर्शन पर अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित कीं तथा भवन उपलब्ध कराने हेतु सरस्वती शिशु मंदिर के प्रति आभार ज्ञापित किया है।