जांजगीर-चांपा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) प्राधिकरण द्वारा संचालित नेशनल हाईवे-13 बिलासपुर-रायपुर (Bilaspur-Raipur) मार्ग पर भोजपुरी टोल प्लाजा, जिसे 07 फरवरी से प्रारंभ कर दिया गया है। टोल प्लाजा के शुरू होने के बाद भारत सरकार द्वारा निर्धारित राशि इस मार्ग से आने-जाने वाले छोटे-बड़े वाहनों से लिया जा रहा है। वह बहुत अधिक है।
आए दिन होता है विवाद
वहीं दिलीप बिल्डकॉन द्वारा सड़क निर्माण कार्य का ठेका लिया गया था जो अभी भी अपूर्ण है। ऐसी स्थिति में टोल प्लाजा (Toll Plaza) को चालू कर दिया जाना समझ से परे है। वाहन मालिकों द्वारा लगातार आक्रोश (Outrage) व्यक्त किया जा रहा है। टोल प्लाजा से महज 100 मीटर की दूरी पर निर्माण किया गया ओवरब्रिज (Overbridge) भी अभी अपूर्ण है। बिलासपुर से सिमगा के बीच सड़क में बहुत सी खामियां है, उसके बावजूद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा जो टोल प्लाजा संचालित किया जा रहा है, उसमें प्रतिदिन वाहन मालिकों द्वारा वाद-विवाद की स्थिति निर्मित होती है।
मारपीट की थाने में शिकायत
बीते सोमवार (10 फरवरी) की रात 9:15 बजे, सड़क अपूर्ण है कहकर, टोल न दिए जाने पर टोल कर्मियों और वाहन मालिकों में मारपीट हुई है। जिसकी रिपोर्ट थाना में दर्ज कराई गई है। टोल प्लाजा में भी लगाए गए उपकरण (Equipment) सही तरह से कार्य नहीं कर रहे हैं, फास्टैग रीडर, बूम बैरियर कंप्यूटर सिस्टम कोई भी सही कार्य नहीं कर रहा है। वाहनों को टोल प्लाजा पार करने में 10 से 20 मिनट का समय लग रहा है। समय रहते प्रशासन (Administration) द्वारा अगर संज्ञान नहीं लिया जाता तो आने वाले समय में कोई बड़ी घटना की स्थिति निर्मित होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
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