[highlight color=”green”]प्रतापपुर स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के अभाव में सात घंटे तक तड़पते दुर्घटना में घायल तीन युवक[/highlight]
[highlight color=”black”]सूरजपुर[/highlight] [highlight color=”red”]प्रतापपुर से राजेश गर्ग [/highlight]
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में चिकित्सकों की लापरवाही से मानवता तार-तार हो गई। सडक दुर्घटना में घायल तीन मरीज सात घंटे तक ईलाज के अभाव मेें तड़पते रहे। कलेक्टर सूरजपुर के फटकार एवं कड़े निर्देश के बाद देर रात उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रिफर किया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर के चिकित्सकों की लापरवाही के कारण स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बदत्तर हो गई है। खण्ड चिकित्सा अधिकारी बिना किसी सूचना के सप्ताह भर से गायब हैं। स्वास्थ्य केंद्र मे कोई ये नहीं बता पाया कि बीएमओ कहां हैं। अनुविभागीय मुख्यालय में लगभग सौ ग्रामों में बेहतर स्वास्थ्य सेवा संचालित करने का जिम्मेदारी निभाने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालीन सेवा एकमात्र आरएमए के भरोसे रहता है। गत 21 जुलाई को घाट पेंडारी में दो मोटरसायकल सवार दुर्घटनाग्रस्त हो गये। तीन लोगों के पैर टूट गये, जिन्हें स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर लाया गया, पर दुर्भाग्य की बात यह है कि ड्यूटी पर एक आरएमए चिकित्सक ही मौजूद थे, जिन्होंने प्राथमिक उपचार तक नहीं किये। देर रात तक तीनों दर्द में कराहते रहे। घायलों के परिजनो की सूचना पर कलेक्टर सूरजपुर जीआर चुरेंद्र द्वारा रात 12 बजे जनपद सीईओ को भेजकर उनका प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला चिकित्सालय रिफर किया गया। घायलों में जय सिंह पिता रामबिलास, पारस पिता सीताराम, रामा उर्फ राम लखन हैं।
[highlight color=”red”]जी. आर. चुरेन्द्र कलेक्टर सूरजपुर[/highlight]
इस मामले मे सूरजपुर कलेक्टर ने कहा मामला काफी संवेदनशील है। हमने रात मे खुद वंहा के अधिकारियो को निर्देश देकर आहत लोगो के तत्परता से इलाज के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही लापरवाह डाक्टरो पर कार्यवाही की जाएगी , जिसके लिए हमने सीएमएचओ को निर्देश दे दिए है। साथ ही ऐसी घटना की दोबारा ना दोहराई जाए इसके लिए भी अधिकारियो को आदेशित करुंगा।
[highlight color=”red”]डाँ के के ताम्रकार, सीएमएचओ , सूरजपुर[/highlight]
वही सूरजपुर के मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ अधिकारी ने पहले तो ये कहा कि वो रायपुर थे उनको मामले की जानकारी नही है। लेकिन बाद उन्होने कहा कि मामले को संज्ञान मे लेकर डाक्टरो को नोटिस जारी किया जाएगा। मै खुद कल प्रतापपुर जा कर मामले की जांच करुंगा और भविष्य मे ऐसी घटना ना हो इसके लिए निर्देश जारी किया जाएगा। बीएमओ के नदारद रहने के मामले मे उन्होने कहा कि 7 दिनो से ज्यादा छुट्टी मे वो रह ही नही सकते है । अगर ऐसा है तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।