बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के सुंद्रावन गांव में जयंती कार्यक्रम के दौरान संसदीय सचिव व कसडोल विधायक पर पथराव करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है. पत्थरबाजी की मुख्य वजह ग्राम सरपंच से वाद-विवाद को बताया जा रहा है. गांव के कुछ लोगों की किसी बात को लेकर सरपंच से विवाद हुआ था और इसी का बदला लेने आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मामला गिधपुरी थाना क्षेत्र का है.
उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि 23 दिसंबर को सुंद्रावन गांव में बाबा गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें संसदीय सचिव व कसडोल विधायक शकुंतला साहू भी शामिल हुईं थी. कार्यक्रम के दौरान अचानक कुछ लोगों द्वारा पत्थर फेंक दिया गया, जिसमें ग्राम परसवानी की महिला सरपंच कुसुम डहरे के सिर पर चोट आई थी. विधायक शकुंतला साहू भी घायल हो गई थी. महिला सरपंच की रिपोर्ट पर पत्थर फेंकने वाले अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध थाना गिधपुरी में अपराध दर्ज किया गया था.
अभिषेक सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पलारी थाना प्रभारी प्रमोद सिंह एवं उपनिरीक्षक थाना प्रभारी गिधपुरी के नेतृत्व में पुलिस की अलग-अलग टीम बनाई गई और पथराव करने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया गया. पूछताछ में पता चला कि सुंद्रावन ग्राम के मनबोध बघेल (35 वर्ष) एवं हजारी नवरंगे (23 वर्ष) का कुछ दिनों पूर्व सरपंच से विवाद हुआ था, जिसके कारण वह दोनों सरपंच से नाराज चल रहे थे. 24 दिसंबर को सुंद्रावन में रेड कार्रवाई कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.